संवाददाता.पटना. भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर संजय जायसवाल ने किसानों का शोषण कर अपनी राजनीति चमकाने वाले दल और उनके समर्थकों के प्रदेश भाजपा मुख्यालय पर हमला कर कायरता का परिचय दिया है। बिचौलियों की इस करतूत की जितनी निंदा की जाय कम होगी। इसका जवाब अगले माह होने वाले विधानसभा के चुनाव में राज्य के किसान देंगे।
डॉक्टर जायसवाल ने शुक्रवार को कहा कि किसानों की आर्थिक समृद्धि वाले कृषि विधेयक का प्रावधान उन नेताओं को नहीं पच रहा है जो किसानों की बरगलाकर उनका शोषण-दोहन करते थे, अपनी राजनीति चमकाते थे। अब ऐसे बिचौलिए की चलने वाली दुकान बंद हो जायेगी। जिससे राजद की शह पर जाप नेताओं ने आज हरबे-हथियारों के साथ भाजपा कार्यालय पर आक्रमण किया। यह करतूत राजद की गिरते राजनीतिक स्तर की पराकाष्ठा है। जनता के समक्ष अपनी जमीन खिसकती देख टूटता-बिखरता महागठबंधन इस कदर तिलमिला उठा है कि वह शारीरिक आक्रमण पर उतारू हो गया है। डॉक्टर जायसवाल ने आरोप किया कि देश के किसानों को ऐसे कानूनों में उलझा कर रखा गया जिसके कारण वे अपनी उपज को अपने मन मुताबिक नहीं बेच सकते थे। नतीजा हुआ कि उपज तो बढती गयी लेकिन किसानो की आय में उतनी वृद्धि नहीं हुई। हां, उनका कर्ज अवश्य बढ़ गया। इस बिल के आने के बाद अब यह समस्या नहीं पैदा होगी। भाजपा के नेतृत्व में एनडीए सरकार ने बीते वर्षों में निरंतर किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए अनेकों कार्य किये हैं और अब संसद द्वारा पारित कृषि संशोधन विधेयक किसानों की आर्थिक उन्नति के लिए नये द्वार खोलने वाला है। अब किसान कहीं भी जाकर अपने उत्पाद बेच सकेंगे।
बिहार विधान सभा चुनाव की घोषणा पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए डॉक्टर जायसवाल ने कहा कि इसके लिए पार्टी पूरी तरह तैयार है। बूथ स्तर से लेकर प्रदेश स्तर के कार्यकर्ता-नेता एनडीए उम्मीदवारों को विजयश्री का सेहरा पहनाने के लिए चुनाव मैदान में पहले से ही मैदान में तैनात हैं। वोटरों का प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृव में पूरी आस्था और भरोसा है। महागठबंधन के नेताओं को सड़क पर खड़ा होने के लिए भी जगह नहीं मिलेगी, सूपड़ा साफ होना तय है।