संवाददाता.पटना.जन अधिकार पार्टी (लो) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव ने सोमवार को नीतीश कुमार द्वारा आयोजित रैली के बारे में कहा कि जनता उनके तथाकथित सुशासन को पहले ही नकार चुकी है और अब तो उनके पार्टी कार्यकर्ताओं में भी हताशा का माहौल दिखाई दे रहा है। सरकारी तंत्र और करोड़ो रुपए खर्च करने के बाद भी लोगों ने नीतीश कुमार को नहीं सुना।
पप्पू यादव ने कहा कि नीतीश कुमार को शराबबंदी और अपराध पर बोलने का कोई अधिकार नहीं हैं। शराबबंदी की विफलता पर बोलते हुए पूर्व सांसद पप्पू यादव ने कहा कि बिहार का बच्चा-बच्चा जानता है कि बिहार में कैसी शराबबंदी है। गली-गली में शराब मिलता है लेकिन सरकार कहती है बिहार में शराबबंदी हैं। बिहार में कानून व्यवस्था के नाम की कोई चींज नहीं है। यहाँ माफिया राज हैं। रोजगार नहीं हैं और शिक्षा व्यवस्था का बुरा हाल हैं।
वर्चुअल रैली के बारे में पप्पू यादव ने कहा कि जिनमें जनता के सामने जाने की हिम्मत नहीं वो तो कैमरे के पीछे छुपेंगे ही। उन्होंने कहा कि वो इस बीच लगातार राज्य में यात्राएं करते रहे हैं और सत्ताधारी दलों की कोरोना संकट काल में गायब रहने की अदा का जनता इस बार अपने वोट से जवाब देगी।
जन अधिकार पार्टी के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष राघवेंद्र सिंह कुशवाहा ने कहा कि निश्चय संवाद में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी तमाम विफलताओं को सफलता के झूठे आंकड़ों में बिहार की जनता को फिर से झांसें में लाने का कुत्सित प्रयास किया है। बिहार की जनता ने इस बार पूरी तरह से उनके 15 साल के तमाम कारनामों का लेखा-जोखा कर लिया है । बिहार की जनता इस बार के चुनाव में ऐसे सभी दल को मजा चखाने के मूड में है जो उनकी सपनों को हकीकत में बदलने में नाकामयाब रहे हैं।