संवाददाता.अरवल.अरवल जिला क्रिकेट संघ के नवनिर्वाचित सचिव मोहन कुमार ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए ये कहा है कि अरवल जिले के पूर्व सचिव धर्मवीर पटवर्धन ने अरवल जिले के खिलाड़ियों के साथ विश्वासघात किया है तथा अरवल जिले के क्रिकेट कि अस्मिता को तार – तार किया है। मोहन कुमार का कहना है कि धर्मवीर पटवर्धन को अपने 20 सालों के भ्रष्टाचार का हिसाब देना होगा।
मोहन कुमार ने अरवल क्रिकेट संघ के पूर्व सचिव धर्मवीर पटवर्धन पर आरोप लगाते हुए कहा है कि उनके 20 सालों के कार्यकाल में अरवल के एक भी खिलाड़ी को अंडर – 19, अंडर-16 तथा हेमन ट्रॉफी में नहीं खेला है बल्कि पूंजीपतियों के ही लडको का चयन टीम में किया जाता रहा है। इस विषय को लेकर लगभग दर्जन बार बच्चो की शिकायतें आई हैं कि बिना पैसों का टीम में जगह नहीं दिया जा रहा है। बीसीए सचिव को खुली चुनौती है कि पिछले तीन वर्षो के अरवल के पूर्व सचिव के कार्यकाल की समीक्षा कर कागजात प्रदर्शित करें।
मोहन कुमार का आगे कहा कि लोगों का कहना है कि धर्मवीर पटवर्धन का कई दलाल पटना में घूमते – फिरते हैं जो बच्चों को मोटी रकम के एवज में अरवल से खेलेने के नाम पर अरवल ले जाते हैं। अरवल के बच्चो के साथ जो ओक्षी हरकत धर्मवीर पटवर्धन ने किया है सब का हिसाब उनसे लिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि अरवल में नई कमेटी बीसीए के देख – रेख़ में एक कमेटी बना कर अरवल के 3 सालों के कार्यकाल की समीक्षा करेगी और जरूरत पड़ने पर बीसीए से भी जानकारी ली जाएगी। जांच के पश्चात अगर ये सभी आरोप सिद्ध होते हैं तो उचित कानूनी कार्यवाही के लिए वर्तमान कमेटी बाध्य होगी। अब अरवल के खिलाड़ियों को गुमराह होने कि जरूरत नहीं है।अब अरवल जिले में सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों से प्रतिभा कि खोज की जाएगी तथा प्रतिभावान खिलाडियों को मौका दिया जाएगा। अब अरवल जिले में पूंजीपतियों और गैर – अरवल के खिलाड़ियों के खेलने का टैग हटा कर अरवल जिले के गरीब तथा किसानों के भी बच्चों के भविष्य को संवारा जाएगा। यही उम्मीद है कि अरवल के खिलाड़ी भी जिले का नाम बिहार के पटल पर रखेंगे।