संवाददाता.पटना.74वें स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर समस्त बिहारवासियों को हार्दिक बधाई देते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कई घोषणाएं की जिसमें नियमित शिक्षकों के लिए सेवाशर्त शीघ्र बनाना प्रमुख है।
गांधी मैदान में आयोजित स्वतंत्रता दिवस के मुख्य समारोह में झंडोत्तोलन के बाद अपने संबोधन में कहा कि राज्य के पंचायती राज संस्थान एवं नगर निकाय के शिक्षकों की सेवा शर्तों को बेहतर बनाने के लिये शीघ्र नई सेवा शर्त नियमावली लागू की जायेगी। इनकी सामाजिक सुरक्षा के लिये उन्हें कर्मचारी भविष्य निधि (इंप्लाई प्रोविडेन्ट फंड, ई0पी0एफ0) का लाभ दिया जायेगा। ये हमलोगों ने तय कर दिया है और इसके लिये नियमावली बन रही है। इसके बारे में कुछ ही दिनों के अंदर औपचारिक घोषणा की जायेगी।
सीएम ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा सभी पंचायतों में एक-एक उच्च माध्यमिक विद्यालय की स्थापना की जा रही है। सबको शिक्षा की सुविधा उपलब्ध कराने के लिये 33,916 शिक्षकों का पद सृजित किया गया है, जिन पर नियुक्ति की कार्यवाही शीघ्र प्रारंभ कर दी जायेगी। बिहार भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के माध्यम से सभी निबंधित निर्माण कर्मियों को विशेष अनुदान के रुप में 2,000 रुपये दिये जायेंगे। कृषि से संबंधित उद्योगों तथा कास्ठ आधारित उद्योगों को औद्योगिक प्रोत्साहन नीति के अंतर्गत कैपिटल सब्सिडी देने के लिये अलग से योजना लाई जायेगी। आरा मिल से संबंधित जो समस्याएं बहुत कठिन हो गई थीं, उसके बारे में हमलोग नया कानून ला रहे हैं। आरा मिल संबंधी उद्योगों को राहत देने के लिये नया कानून लाया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के उत्कृष्ट खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी देने की हमारी नीति है। 29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस के दिन खिलाड़ियों के लिये 250 से अधिक पदों की नियुक्ति हेतु विज्ञापन निकाला जायेगा। विशेष अभियान चला कर स्वास्थ्य विभाग में अगस्त माह में 4,997 यानि 5 हजार नर्सों एवं 4 हजार से अधिक चिकित्सकों की नियुक्ति की जायेगी। सितंबर माह में 1,750 से अधिक लैब टेक्निशियन, फर्मासिस्ट एवं सैनेटरी इंस्पेक्टर की नियुक्तियां पूर्ण की जायेंगी। इसके बाद विगत कुछ वर्षों में 3,350 सहायक प्रध्यापक के पदो के विरुद्ध 2,775 पदों पर नियुक्ति कर ली गई है, शेष पदों पर बिहार लोक सेवा आयोग की अनुशंसा पर शीघ्र रिक्तियां भरी जायेंगी।
उन्होंने कह कि इसके अतिरिक्त 4 हजार पदों पर नियुक्ति हेतु बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग को एक माह के अंदर अधियाचना भेजी जायेगी। सहायक प्राध्यापक की बहाली के इच्छुक लोगों की वर्ष 2009 से 2012 के बीच पी0एच0डी0 की अमान्यता और एम0फिल0 संबंधी एतराज की भावनाओं का आदर करते हुए नियुक्ति के आधार में आवश्यक परिवर्तन किया जायेगा। कोविड-19 से मुक्त हुए व्यक्तियों के रक्त प्लाज्मा दान करने पर प्रति दानकर्ता को धन्यवाद देते हुए राज्य सरकार की तरफ से 5 हजार रुपये का पुरस्कार दिया जायेगा। हमलोगों ने ये तय कर दिया है। ये सब काम होने वाला है। सब के लिये हमलोग काम करते हैं। हम तो ऐसे ही मौके पर कुछ बोलते हैं। आज कल तो सोशल मीडिया पर रोज लोग कुछ न कुछ ट्वीट करते हैं। कुछ नहीं जानते हैं, वे सब भी ट्वीट करते हैं। कितना काम हो रहा है बिहार में। हम तो आप सबलोगों को हाथ जोड़कर प्रार्थना करेंगे कि पहले क्या था ? अब क्या है ? आप को खुद विश्लेषण करना चाहिये। हमने तो सरकारी अधिकारियों को भी पहले से लेकर अब तक जो भी स्थिति है उसका आंकलन करके उन बातों को लोगों के सामने रखने के लिए कहा है ताकि आने वाली नई पीढ़ी को ठीक ढ़ंग से जानकारी हो सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोग कितना काम कर चुके हैं वो आपके सामने है। पहले कहीं सड़क थी ? गड्ढ़े थे। गड्ढ़े में सड़क या सड़क में गड्ढ़े यही कहा जाता था। बिजली थी ? कुछ नहीं था लेकिन जो कम उम्र के बच्चे हैं उनको कुछ मालूम नहीं है ये अब 18-20 वर्ष के होने जा रहे हैं, तो उन सबों को विकास की सही जानकारी होनी चाहिये। सोशल मीडिया के दो रूप है। एक पक्ष बहुत पॉजिटिव है, जिसके माध्यम से सब को सही जानकारी मिलती है और दूसरा पक्ष है जो इसका दुरुपयोग करता है। कोई काम नहीं करेगा, घर में बैठा रहेगा, सोया रहेगा कुछ न कुछ लिख देगा इसलिये इन सब चीजों के बारे में सही जानकारी भी देनी चाहिये। हम इतना ही आप को वचन देते हैं कि लोगों की सेवा करने में ही हमारी दिलचस्पी है। लोगों की सेवा करना ही हमारा धर्म है। इसी के आधार पर हम आगे चलते हैं।
सीएम ने कहा कि सरकार की कामना है कि समाज में सद्भाव एवं भाईचारे का वातावरण कायम रहे तथा पर्यावरण का संरक्षण हो और राज्य को कोरोना संक्रमण की महामारी से मुक्ति मिले। सभी चुनौतियों के बावजूद, हमारा राज्य प्रगति के पथ पर अग्रसर है। हमारा अतीत गौरवशाली और विरासत समृद्ध है। हम उसी ऊँचाई को फिर से प्राप्त करना चाहते हैं। आइये, स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर हम सब यह संकल्प लें कि बिहार को राष्ट्र के मानचित्र पर एक खुशहाल राज्य के रूप में स्थापित करने के लिए अपना सहयोग प्रदान करेंगे।