संवाददाता.पटना.वीडियो कॉंन्फ्रेसिंग के माध्यम से मीडिया के साथ संवाद में अपर सचिव आपदा प्रबंधन रामचंद्र डू एवं जल संसाधन विभाग के प्रभारी पदाधिकारी, बाढ़ अनुश्रवण सेल ने एवं विभिन्न नदियों के जलस्तर एवं बाढ़ सुरक्षात्मक तटबंधों की स्थिति के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।
बताया गया कि अभी कोसी नदी का जलश्राव 2,20,185 क्यूसेक है और इसकी प्रवृत्ति बढ़ने की है। गंडक नदी का जलश्राव 2,27,000 क्यूसेक है। इसकी प्रवृत्ति घटने की है। बक्सर से लेकर कहलगांव तक गंगा नदी का जलस्तर स्थिर है और इसकी प्रवृत्ति घटने की है। बूढ़ी गंडक नदी मुजफ्फरपुर में स्थिर है, जबकि समस्तीपुर, रोसड़ा और खगड़िया में इसके जलस्तर में वृद्धि हो रही है और इसमें और वृद्धि होने की संभावना है। ढ़ेंग में बागमती नदी के जलस्तर में कमी हो रही है, जबकि कनसार और कटौंझा में इसके जलस्तर में वृद्धि हो रही है। बेनीबाद में बागमती नदी के जलस्तर में घटने की प्रवृत्ति है, जबकि दरभंगा के हायाघाट में इसकी प्रवृत्ति बढ़ने की है। आगामी 24 घंटे में इसके जलस्तर में 6 से 9 सेंटीमीटर की वृद्धि होने का पूर्वानुमान है। नेपाल के इलाके में बारिश होने से महानंदा नदी के जलस्तर में वृद्धि हुई है लेकिन अभी ये खतरे के निशान से नीचे है। अगले 24 घंटे में गंडक, बागमती और महानंदा नदी के नेपाल प्रभाग में 60 एम0एम0 से 100 एम0एम0, जबकि कमला और कोसी नदी के जलग्रहण क्षेत्र में 20 एम0एम0 से 40 एम0एम0 तक बारिश होने का पूर्वानुमान है। इसी तरह बिहार प्रभाग में महानंदा नदी के जलग्रहण क्षेत्र में 60 एम0एम0 से 100 एम0एम0 बारिश होने का पूर्वानुमान है। किशनगंज, पूर्णिया, अररिया और कटिहार के अधिकतर जगहों पर बारिश होने की संभावना है। उन्होंने बताया कि विभिन्न नदियों पर अवस्थित तटबंधों की सतत् निगरानी एवं चैकसी बरती जा रही है।
आपदा प्रबंधन विभाग के अपर सचिव रामचंद्र डू ने बताया कि बिहार की विभिन्न नदियों के बढ़े जलस्तर को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग पूरी तरह से सतर्क है। नदियों के बढ़े जलस्तर से बिहार के 11 जिले के कुल 101 प्रखंडों की 837 पंचायतें प्रभावित हुयी हैं, जहाँ आवश्यकतानुसार राहत शिविर चलाए जा रहे हैं। सुपौल में 03, पूर्वी चम्पारण में 05, गोपालगंज में 13, खगड़िया में 01 और समस्तीपुर में 04 राहत शिविर चलाए जा रहे हैं। इन सभी 26 राहत शिविरों में कुल 22,997 लोग आवासित हैं। उन्होंने बताया कि 808 कम्युनिटी किचेन चलाए जा रहे हैं, जिनमें प्रतिदिन 4,19,433 लोग भोजन कर रहे हैं। सभी बाढ़ प्रभावित जिलों में एन0डी0आर0एफ0 और एस0डी0आर0एफ0 की टीमें राहत एवं बचाव का कार्य कर रही हैं और अब तक प्रभावित इलाकों से एन0डी0आर0एफ0, एस0डी0आर0एफ0 और बोट्स के माध्यम से 2,62,837 लोगों को निष्क्रमित किया गया गया। आज और कल बिहार तथा नेपाल में बारिश की संभावना है। बाढ़ प्रभावित जरूरतमंद लोगों को पॉलिथिन सीट्स भी उपलब्ध कराया गया है। मौसम विभाग द्वारा जारी पूर्वानुमान को देखते हुए सभी जिलों को अलर्ट करा दिया गया है। उन्होंने बताया कि आपदा प्रबंधन विभाग सम्पूर्ण स्थिति पर लगातार निगरानी रख रहा है।