संवाददाता.पटना. सेवा ही संगठन के संकल्प को चरितार्थ करते हुए कोरोना संक्रमण से ठीक होते ही भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल के नेतृत्व में बिहार भाजपा एक बार फिर जनसेवा के कार्यों में जुट चुकी है. डॉ जायसवाल ने आज बेतिया स्थित जीएमसी के आइसोलेशन वार्ड का मुआयना करते हुए वहां भर्ती मरीजों से मुलाकात की तथा वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया.
किसी को कुछ बोलने से पहले स्वयं उदाहरण बनने की मिसाल देते हुए उन्होंने अपने फेसबुक पोस्ट में अस्पताल में दी जा रही सुविधाओं में बढ़ोतरी करने की सलाह देते हुए कहा कि आज बेतिया आने के साथ मैं सीधे जीएमसी के आइसोलेशन वार्ड में गया, 29 मरीज भर्ती हैं. कोई भी वेंटिलेटर पर नहीं है. ।8 मरीजों को ऑक्सीजन चल रहा है उसमें दो मरीज ऐसे हैं जिनमें जिन्हें लगातार ऑक्सीजन की जरूरत है.
उन्होंने कहा कि सभी मरीजों और डॉक्टरों से बातचीत करके सभी मरीजों को जो दवाई चल रही है उसके बारे में चर्चा करते हुए उन्हें वैश्विक स्तर पर इस्तेमाल की जा रही नई दवाइयों के बारे में जानकारी दी.मेडिसिन के हेड डॉ युगल की प्रशंसा करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने उनके द्वारा किये जा रहे कार्यों की सराहना की.
मौके पर पूर्वी और पश्चिमी चंपारण के नागरिकों से अनुरोध करते हुए उन्होंने आम जनता से डॉक्टरों और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की स्थिति समझने और उन्हें सहयोग करने की अपील भी की. खुद का उदहारण देते हुए डॉ जायसवाल ने कहा कि निरिक्षण के दौरान मैंने खुद डेढ़ घंटे तक पीपीइ किट को पहना था जिससे मेरा पूरा शरीर भीग गया. लोगों को समझना चाहिए कि कोरोना से लड़ाई लड़ रहे डॉक्टर और स्टाफ इस स्थिति को लगातार झेलते हुए लोगों की सेवा करते हैं, इसलिए सभी को इस लड़ाई में बराबर का सहयोग देना चाहिए.
कोरोना संक्रमितों के लिए पार्टी स्तर पर एक अलग हेल्पलाइन शुरू करने का आश्वासन देते हुए उन्होंने कहा “ अभी मैंने निर्णय किया है कि मैं एक अलग टेलीफोन सेवा शुरू करूंगा जिससे करोना के जो मरीज भर्ती हैं उनको ही यह नंबर दिया जाएगा और वह सीधे संपर्क करके जो दिक्कत है बता सकेंगे. उसी तरह जिला पदाधिकारी करोना हेल्पलाइन नंबर शुरू कर रहे हैं कि होम क्वारंटाइन मरीजों को भी सही राय दी जा सके.”
लोगों को मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की सलाह देते हुए डॉ जायसवाल ने कहा कि कोरोना का कोई भी इलाज आज दुनिया में उपलब्ध नहीं है. इसलिए कृप्या कर मास्क पहने और बिना नाक ढके मास्क पहने हुए या बिना मास्क पहने हुए लोगों के नजदीक जाने से बचें. मैं हमेशा प्रयास करता था कि लोगों से दूरी बरकरार रखूं फिर भी कुछ वीआईपी लोगों के सामने मास्क नहीं पहने के कारण फंस गया. कृपया कर यह गलती आप ना दोहराएं.