संवाददाता.पटना.बिहार के पुर्णिया क्षेत्र से आने वाले फिल्म कलाकार सुशांत सिंह राजपूत ने विगत 14 जून को अपने मुंबई स्थित घर में फांसी लगाकर जान दे दी थी। उनकी असमय मृत्यु से जहाँ एक ओर पूरा देश स्तब्ध रह गया वहीँ दूसरी ओर बॉलीवुड में जारी नेपोटिज्म, फेवरिज्म और बुलिंग पर बहस शुरू हो गई। उनकी आत्महत्या के पीछे के राज के खुलासे के लिए फिल्म कलाकारों, पत्रकारों के साथ साथ आम नागरिकों ने भी आवाज उठाई। इसी क्रम में पूर्व सांसद पप्पू यादव ने गृह मंत्रालय को पत्र लिख कर मामले की सीबीआई जांच की मांग उठाई थी।
पप्पू यादव के पत्र का संज्ञान लेते हुए गृह मंत्री की ओर से पप्पू यादव को जवाब भेजा गया है और कहा गया है कि ये मामला कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग से सम्बंधित है इसलिए ये पत्र सम्बंधित मंत्रालय को अग्रेषित किया जा रहा है। पत्र को ट्विटर पर साझा करते हुए पप्पू यादव ने लिखा कि गृह मंत्री चाहें तो एक मिनट में सुशांत मामले की सीबीआई जांच हो सकती है। उन्होंने मामले को टाले ना जाने का भी निवेदन किया।
सुशांत सिंह राजपूत के मामले को लेकर बिहार के आम लोगों में खेद के साथ-साथ रोष भी व्याप्त है। एक बड़ी संख्या में लोगों का मानना है कि स्थानीय प्रशासन उचित कार्रवाई के बदले मामले की लिपा-पोती करके इसे रफा-दफा करने में लगा है। पुर्णिया के नागरिकों ने स्थानीय स्तर पर एक चौराहे का नाम भी बदलकर “सुशांत सिंह राजपूत चौक” कर दिया है। जनभावनाओं को लगातार प्रतिनिधित्व देने के लिए जाने जाने वाले पप्पू यादव ने इसी का ध्यान रखते हुए गृह मंत्री को पत्र लिखा था।