संवाददाता.पटना.केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने पटना सहित अन्य चयनित संस्थानों में कोरोना वायरस वैक्सीन के ह्यूमन ट्रायल की तैयारियों की जानकारी ली। उन्होंने बताया कि पटना एम्स सहित अन्य चयनित संस्थानों में करीब 1100 से 1200 लोगों पर कोरोना वैक्सीन का ट्रायल किया जाएगा। आईसीएमआर एवं भारत बायोटेक ने वैक्सीन तैयार किया है। विश्व स्तरीय स्वीकृत मापदंडों के अनुसार फास्ट ट्रैक ट्रायल किया जा रहा है। यह दो फेज में हो रहा है।
आईसीएमआर के डायरेक्टर जनरल प्रोफेसर बलराम भार्गव से बातचीत की। तैयारियों के संबंध में अवगत हुए। अधिकारियों के साथ बैठक की। पटना एम्स में वैक्सीन के ह्यूमन ट्रायल एवं प्लाज्मा बैंक की मौजूदा स्थिति की जानकारी ली। प्लाज्मा थेरेपी के जानकारी से भी अवगत हुए। हाल ही में पटना एम्स में प्लाज़्मा थेरेपी शुरू हुई है। केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री श्री चौबे ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि पटना एम्स के संपर्क में रहें। जिस तरह की मदद की जरूरत है, उसे पूरा करने में सहयोग दें। किसी तरह की कोई भी कमी नहीं छोड़ी जाए। ह्यूमन ट्रायल के लिए 1 से 2 दिन में वैक्सीन उपलब्ध हो जाएगा। पटना एम्स ने ट्रायल की पूरी तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया है। टीमें गठित कर दी गई है। विश्व स्तर पर स्वीकृत मापदंडों के अनुसार सभी प्रोटोकोलओं का पालन करते हुए ट्रायल यथाशीघ्र शुरू हो जाएगा। जानवरों पर सफल होने के उपरांत इसका क्लीनिकल ट्रायल शुरू होने वाला है।
बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री श्री चौबे को अधिकारियों ने बिंदुवार इस संबंध में जानकारी दी। ट्रायल सफल होने के उपरांत इसकी उपलब्धता की कोई कमी न हो। इस पर भी चर्चा हुई।
केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मार्ग निर्देशन में भारत को कोरोनावायरस से मुक्ति के लिए सभी महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। मौजूदा समय में धैर्य संयम बरतने की जरूरत है। कोरोना के विरुद्ध जंग में धैर्य संयम एवं अनुशासन महत्वपूर्ण हथियार है। कोरोनावायरस को लेकर लापरवाही न बरतें। जो दिशा निर्देश है, उसका पूरे अनुशासन के साथ देशवासियों को पालन करने की आवश्यकता है। हाल ही में लापरवाही की वजह से बड़ी संख्या में लोग संक्रमित हुए हैं। यह चिंता का विषय है। कोरोनावायरस को लेकर बिल्कुल घबराए या चिंतित ना हो। वैक्सीन को लेकर डॉक्टर वैज्ञानिक दिन-रात जुटे हुए हैं। यथाशीघ्र इसमें सफलता मिलेगी। उन्होंने आशा व्यक्त की कि ह्यूमन ट्रायल भी सफल होगा और कोरोना से मुक्ति का मार्ग प्रशस्त होगा।