संवाददाता.पटना. कांग्रेस-चीन संबंधों पर सवाल खड़े करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने कहा कि यह आश्चर्य का का विषय है कि जिस चीन का भारत के साथ गद्दारी और दुश्मनी का दशकों पुराना इतिहास रहा है, कांग्रेस के नेता उसी चीन से अपने ट्रस्ट के लिए पैसे लेते हैं. कांग्रेस का यह कृत्य न केवल निंदनीय है बल्कि इसकी जितनी भर्त्सना की जाए कम होगी.
कांग्रेस से सवाल पूछते हुए डॉ जायसवाल ने कहा कि मीडिया में छप रही खबरों के मुताबिक चीन की सरकार और गाँधी परिवार के बीच हुए अन्य गोपनीय समझौतों के अलावा चीन द्वारा राजीव गाँधी फाउंडेशन को दी गयी यह वित्तीय मदद करीब 300000 अमेरिकी डॉलर, जो उस समय के एक्सचेंज रेट के हिसाब से करीब 15 करोड़ रुपए के आस-पास थी. कांग्रेस बताए कि चीन ने उन्हें इतनी बड़ी रकम क्यों दी थी? वह बताए कि उसने यह बात आज तक देश से क्यों छुपाए रखा था? कांग्रेस बताये कि क्या उन्होंने पाकिस्तान से भी कभी इसी तरह चंदा लिया है?
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा “ देश यह जानता है कि कांग्रेस का हाथ हमेशा से भ्रष्टाचार के साथ रहा है, लेकिन यह किसी ने नहीं सोचा होगा कि यह पार्टी दुश्मन देशों से भी पैसे ले सकती है. पिछले कुछ वर्षों से जिस तरह से कांग्रेस देशहित के मुद्दों पर राजनीति कर रही है, उससे लोगों के मन में शंका के बीज पहले ही बो दिए थे और अब चीन के साथ इनकी गुप्त डील और भारी-भरकम पैसे लेने के खुलासे ने सभी के मन में इस विश्वास को पुख्ता कर दिया है कि दाल में कुछ न कुछ काला जरुर है. इससे पहले भी जब 2017 के अगस्त में चीन और भारत का स्टैंड ऑफ हो रहा था, उस समय राहुल गाँधी चीन के राजदूत से गुपचुप मुलाकात कर रहे थे. इसी तरह सर्जिकल स्ट्राइक और धारा 370 के मुद्दों पर राहुल गाँधी के बयानों के सहारे पाकिस्तान द्वारा भारत को घेरने की कोशिशों से भी सभी परिचित हैं. अभी भी चीन मुद्दे पर हुई सर्वदलीय बैठक में सभी राजनैतिक दल के लोगों ने देशहित में देश और प्रधानमन्त्री के साथ खड़े होने की बात कही, बस एक परिवार ने विरोध किया. कांग्रेस बताये कि क्या इसका कारण यही चीनी फंड है? वह बताये कि क्या उनके लिए पैसों का महत्व देश से ज्यादा है?”