संवाददाता.पटना. लॉकडाउन में सरकार ने छूट तो दे दी है, लेकिन कोरोना महामारी अभी पूरी तरह से खत्म नहीं हुई है। कोरोना से हमें लड़ाई जारी रखनी है पर इससे डर कर नहीं। पूरी सावधानी बरतते हुए खुद की सुरक्षा भी करनी है। वहीं दूसरी ओर पूरी एहतियातों के साथ शहर के लगभग सभी मार्केट्स और कंपनियों को खोल दिया गया है। लोगों की सुरक्षा का पूरा ख्याल भी रखा जा रहा है। इसके बाद भी कुछ लोग नियम का पालन करते नहीं दिख रहे हैं। वे मास्क और सोशल डिस्टेनसिंग को फॉलो नहीं कर रहे हैं। इस स्थिति को देखते हुए शहर के तीन आईआईटियन ने इन्हें जागरूक करने और एलर्ट करने के लिए एक सॉफ्टवेयर डेवलप किया है। एक ऐसा सॉफ्टवेयर, जो पब्लिक प्लेसेज, स्कूल, ऑफिस, हॉस्पिटल, कॉलेज आदि जगहों पर बिना मास्क पहनने लोगों और सोशल डिस्टेंस ना मेंटेन करने वाले लोगों को मॉनिटरिंग कर उन्हें एलर्ट करेगा।
इंजीनियर अमित कुमार ने बताया की इंजीनियर सुयश सिन्हा और आलोक कुमार प्रियदर्शी के साथ मिलकर हमने इसे तैयार किया है। उन्होंने बताया कि विभिन्न जगहों पर विजिट के दौरान लोगों की लापरवाही देखी। कुछ लोग मास्क और सोशल डिस्टेनसिंग को मेंटेन नहीं कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हर एक लोगों के पास जाकर उसे रूल फॉलो करने के लिए कहना संभव नहीं है। इसी को देखते हुए हम तीनों ने यह निश्चय किया कि इसका एक बेहतरीन उपाय निकाला जाए, ताकि जो लोग लापरवाही बरत रहे हैं उन्हें एक बार में एलर्ट कर दिया जाए। इस सॉफ्टवेयर को कैमरे के साथ एडजस्ट करने के बाद जो लोग मास्क नहीं पहन रहे हैं, वहां अनाउंसमेंट तब तक होता रहेगा, जबतक उस एरिया के सभी लोग मास्क पहन और सोशल डिस्टेंस मेंटेन ना कर लें। अमित में कहा कि इस सॉफ्टवेयर को तैयार करने में दो महीना लगा है। सॉफ्टवेयर को पब्लिक प्लेसेज पर लिए गए वीडियो पर प्रशिक्षण किया गया है।
सीसीटीवी सिस्टम के साथ इस सॉफ्टवेयर को फिट कर दिया जाता है। इसके बाद जिस एरिया में लगे कैमरे को चूज किया जाएगा, वो कोरोना वायरस के गाइडलाइंस का उल्लंघन करने वालों को ट्रैक करता है। उल्लंघन होने पर सिस्टम एलर्ट भेजता है, जिससे कैमरे के पास लगा स्पीकर लोगों को आगाह करता है। इस अवेयरनेस मैसेज को अलग-अलग जगह की जरूरत के हिसाब से कस्टमाइज किया जा सकता है।
अमित कुमार ने आईआईटी कानपुर से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। दसवीं सर गणेश दत्त से और बारहवीं की पढ़ाई साइंस कॉलेज से की है। उन्होंने बातचीत के दौरान बताया कि इस सॉफ्टवेयर को बिहार और झारखंड के ऑफिस स्कूल, कॉलेज, हॉस्पिटल, मॉल, पब्लिक प्लेसेज के साथ वैसे एरिया जहां लोग अभी तक जागरूक नहीं हुए हैं, वहां इंस्टॉल करने की तैयारी है। जगह-जगह पर लगे कैमरे के साथ फिट कर उन्हें एलर्ट किया जा सकता है। ये स्टार्टअप इंडिया और मेक इन इंडिया के अंतर्गत की गई एक पहल है। यह 1stzoom.com गूगल फॉर स्टार्टअप्स प्रोग्राम के अंतर्गत रजिस्टर्ड है।