संवाददाता.पटना. पत्रकार,सामाजिक कार्यकर्ता,आरटीआई कार्यकर्ता एवं कई सामाजिक संगठनों से जुड़े प्रभाष चन्द्र शर्मा भी पटना के बांकीपुर से विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। इससे पूर्व वे पटना साहिब से लोकसभा का चुनाव लड़ चुके हैं।
बोरिंग रोड चौराहा,स्थित अपने कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए श्री शर्मा ने बताया कि विधानसभा चुनाव में प्रत्येक परिवार को अनिवार्य रूप से एक रोजगार, पुलिस और न्यायपालिका में सुधार उनका मुख्य चुनावी मुद्दा था, है और रहेगा । उन्होंने अपने मुद्दे की अहमियत पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पूर्व और वर्तमान सरकारों के नुमाइंदे विकास के नाम पर बिहार के मतदाताओं को गुमराह करते आ रहे हैं। क्योंकि ससमय और उचित न्यायिक व्यवस्था के ध्वस्त होने के कारण विकास की सभी योजनाएं घूसखोर और भ्रष्ट अधिकारियों की भेंट चढ़ती आ रही है। आधे से भी अधिक सदी से उपलब्ध विकास की पर्याप्त योजनाएं और उनके प्रावधानों के वावजूद सरकार द्वारा नई-नई अवसरवादी योजनाओं की घोषणाओं से मतदाताओं को मकड़जाल में उलझाकर केवल अपनी आर्थिक और राजनीतिक पैठ मजबूत करने का काम किया जाता है ।
श्री शर्मा ने यह भी बताया कि सरकार के तमाम दावों के बीच पीड़ित और परेशान लोगों की समस्याओं और शिकायतों का ससमय और निष्पक्ष निबटारा नहीं किया जाता है । राज्य का प्रत्येक पीड़ित व्यक्ति अपनी शिकायत के निबटारे के प्रति मायूस हो चुका है । राज्य का कोई भी व्यक्ति आवश्यकता पड़ने पर भी थाना से लेकर किसी सरकारी कार्यालय में जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाता है । सरकार की विभिन्न शिकायत निवारण प्रणाली और सुविधा देने की प्रणाली केवल अनुभवहीन पीढ़ी या नायाब डिजिटल निवारण प्रणाली व व्यवस्था का प्रयोग करने हेतु लालायित पीडीतों द्वारा की जाती है ।
सरकार द्वारा विभिन्न मामलों में आंकड़ा प्रस्तुत कर बिहार को बेहतर बताने के सवाल पर श्री शर्मा ने कहा कि सभी विभाग में सकारात्मक आंकड़ा तैयार करने के लिए विशेषज्ञों को बैठाया गया है ताकि लोगों को गुमराह करने के लिए नारेबाजी के साथ आंकड़ों का भी सहारा लिया जा सके, विकास और सुशासन का सहीं आंकड़ा केवल गरीब, लाचार और प्रत्येक स्तर पर न्याय से वंचितों के पास है ।