2005 के बाद बिहार से पलायन में हुई बेतहाशा वृद्धि-राजद

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संवाददाता.पटना. जदयू सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह द्वारा नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव के सम्बन्ध में दिये गये बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए राजद के प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने कहा है कि तेजस्वी जी से सवाल करने के पहले जदयू नेता को अपने पन्द्रह वर्षों के शासन काल का  हिसाब देना चाहिए ।

राजद नेता ने कहा कि राजद शासनकाल में पलायन की चर्चा के पहले जदयू नेता को राज्य और केन्द्र सरकार के श्रम मंत्रालय के साथ हीं नीति आयोग के रिपोर्ट को देख लेना चाहिए । श्रम मंत्रालय के रिपोर्टो से ही यह स्पष्ट हो जायेगा  कि 1990- 2005 की तुलना में 2005 के बाद  बिहार से पलायन करने वालों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि हुई है ।

राजद नेता ने जदयू नेता से जानना चाहा है कि जदयू के विगत 15 वर्षों के शासन काल में बिहार में कितना पूँजी निवेश हुआ । निवेश करने के कवायद पर जितनी राशि राज-कोष का खर्च कर दिया गया,  उतना का भी निवेश नहीं हो सका। राज्य में निवेश के लिए मुख्यमंत्री जी चीन , सिंगापुर, मारीशस, पाकिस्तान आदी का दौरा कर आये । अनिवासी भारतीयों का सम्मेलन हुआ ।  ‘ ग्लोबल सम्मिट ऑन चेंजिंग बिहार ‘ और ग्लोबल मीट फार रिसार्जेंट बिहार ‘ का आयोजन हुआ । बिहार फाउंडेशन का गठन हुआ । 2006 में राज्य निवेश प्रोत्साहन बोर्ड ( एस आई पी वी ) का गठन किया गया । जदयू नेता को बताना चाहिए कि यह सब करने के बाद बिहार में कितने का निवेश हुआ, कितने उधोग धंधे लगे और कितने लोगों को रोजगार मिला ? उसके बाद राजद से सवाल करेंगे ।

राजद नेता ने कहा कि केन्द्र में यूपीए की सरकार बनने पर सरकार में शामिल लालू प्रसाद और डा रघुवंश प्रसाद सिंह के पहल पर मनरेगा योजना लागू किया गया । इस योजना के लागू होने के बाद अन्य राज्यों के गाँवों से पलायन रूक गया । पर बिहार की एनडीए सरकार उस योजना के तहत केन्द्र से मिली राशि को भी खर्च करने में नाकामयाब रही । जो राशि खर्च भी हुआ वह भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई । इसी प्रकार पलायन रोकने के लिए लालू जी और रधुवंश बाबू के प्रयास से बिहार के सभी जिलों को बी आर जी एफ से जोड़ा गया । पर सरकार की अभिरुचि तो केवल विज्ञापनी विकास में रहा है ।

राजद नेता ने कहा कि जहाँ तक कोरांटाइन सेन्टर पर बाहर से आने वाले लोगों की व्यवस्था का सवाल है तो जदयू संसदीय दल के नेता को हकीकत जानने के लिए यदि मीडिया में आ रही खबरों पर भरोसा नहीं हो तो मुख्यमंत्री जी के साथ जदयू के जिलाध्यक्षों के बीच हुई विडियो कांफ्रेंसिंग का विडियो देख लेना चाहिए।

राजद नेता ने कहा कि तेजस्वी प्रसाद यादव विपक्ष मे रह कर भी इस लाकडाउन के दौरान जिस सक्रियता के साथ बिहार के लोगों के साथ खड़ा होकर उनके दुख दर्द को बाँटने का काम किया है, जदयू नेताओं को उनसे ईर्ष्या करने के बजाय सीखने और प्रेरणा लेने की जरूरत है ।

 

 

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