संवाददाता.पटना.बिहार के कृषि मंत्री डा. प्रेम कुमार द्वारा खरीफ मौसम में राज्य के किसानों को विभिन्न फसलों के बीज समय पर उपलब्ध कराने हेतु निदेशक, बिहार राज्य बीज एवं जैविक प्रमाणन एजेंसी, बिहार राज्य बीज निगम के मुख्यालय के पदाधिकारियों एवं सभी बीज प्रसंस्करण केन्द्रों के प्रभारी पदाधिकारियों के साथ वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक कर समीक्षा की गई।
मंत्री ने बिहार राज्य बीज निगम के अधिकारियों को निदेश दिया गया कि किसानों को समय पर खरीफ फसलों का बीज हरहाल में उपलब्ध कराया जाये, ताकि उन्हें बीज के लिए किसी भी कठिनाई का सामना न करना पड़े। इस कार्य में कोताही बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
उन्होंने बिहार राज्य बीज निगम के पदाधिकारियों को निदेश दिया कि बिहार को बीज के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाया जाये। इसके लिए बिहार राज्य बीज निगम के द्वारा बीज उत्पादन क्षमता को बढ़ाना होगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान में राज्य को 15 लाख क्विंटल बीज की आवश्यकता होती है, जिसके मुकाबले यहां बीज उत्पादन काफी कम होता है। इसके लिए राज्य में बिहार राज्य बीज निगम को बीज उत्पादन क्षमता को बढ़ाने के साथ-साथ बीज प्रसंस्करण इकाइयों की क्षमता भी बढ़ानी होगी।
उन्होंने पदाधिकारियों को नये बीज प्रसंस्करण इकाइयों का निर्माण भी आवश्यकतानुसार कराने का निदेश दिया। बिहार राज्य बीज निगम के पास तत्काल 65 हजार क्विंटल सामान्य प्रभेद के धान बीज के लक्ष्य के विरूद्ध अब तक 27,733 हजार क्विंटल बीज का आपूर्ति की जा चुकी है। इसी प्रकार 10,500 क्विंटल संकर प्रभेद का धान बीज के लक्ष्य के विरूद्ध अबतक 1,769.12 क्विंटल संकर प्रभेद का धान बीज की आपूर्ति की जा चुकी है। इस खरीफ मौसम में बिहार राज्य बीज निगम द्वारा 1,05,000 क्विंटल बीज उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
डा. कुमार ने कहा वर्तमान में बिहार राज्य बीज निगम के कुदरा, शेरघाटी, भागलपुर, बेगूसराय एवं हाजीपुर में अवस्थित बीज प्रसंस्करण इकाइयों द्वारा प्रतिवर्ष कुल 5,30,000 क्विंटल बीज का प्रसंस्करण किया जाता है। इसके अतिरिक्त 3,00,000 क्विंटल प्रसंस्करण क्षमता की इकाई कुदरा में स्थापित करने की प्रक्रिया चल रही है। निकट भविष्य में ही बिहटा (पटना) में भी स्थापित नये बीज प्रसंस्करण इकाई द्वारा बीज प्रसंस्करण शुरू हो जायेगा। उन्होंने कहा कि राज्य के 30 जिला के 32 राजकीय बीज गुणन प्रक्षेत्रों में एक टन प्रति घंटा क्षमता वाले बीज प्रसंस्करण इकाई एवं 500-500 मैट्रिक टन क्षमता वाले गोदाम के निर्माण की योजना स्वीकृत की गई है। इसके निर्माण हेतु भवन निर्माण विभाग को पत्र निर्गत किया गया है। इसके अतिरिक्त शेरघाटी में 50,000 क्विंटल क्षमता का आरसीसी का गोदाम निर्माण की योजना प्रस्तावित है। डा. कुमार ने कहा कि केन्द्र एवं राज्य सरकार का यह प्रयास है कि लॉकडाउन से राज्य में कृषि का कार्य कम-से-कम प्रभावित हो। किसानों को खेती करने में कोई परेशानी नहीं हो, इसके लिए कृषि विभाग द्वारा हरसम्भव प्रयास किया जा रहा है।