संवाददाता.पटना.कोरोना संकट के कारण प्रवासी मजदूरों की घर वापसी के लिए केंद्र सरकार को पूरी तरह प्रतिबद्ध बताते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने कहा कि लॉकडाउन के कारण अन्य राज्य में फंसे प्रवासियों की परेशानियों को देखते हुए केंद्र सरकार, रेलवे के साथ आज मिशन मोड में काम कर रही है. इन प्रवासियों के लिए न केवल ट्रेनों का प्रबंध किया जा रहा है बल्कि उनके किराए का 85% भी केंद्र सरकार द्वारा वहन किया जा रहा है.
आंकड़े देते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा “ प्रवासियों को सकुशल घर पहुंचाने के प्रति अपनी प्रतिबद्धिता के तहत केंद्र सरकार द्वारा महज 25 दिनों में 3,274 ट्रेनें चलवायी जा चुकी हैं, जिनके माध्यम से 44 लाख से अधिक लोगों को घर पहुँचाया जा चुका है. इसके अलावा 74 लाख से अधिक फ़ूड पैकेट व 1 करोड़ से अधिक पानी की बोतलें निशुल्क वितरित की गयी हैं. बिहार की बात करें तो अभी तक केंद्र सरकार द्वारा 1300 ट्रेनें भेजी गयी हैं जिनके माध्यम से लगभग 16 लाख प्रवासी बिहार वापस आ चुके हैं. सरकार ने यह साफ़ कर दिया है कि जब तक श्रमिकों का पंजीकरण होता रहेगा, ट्रेनें चलती रहेंगी, यानी घर जाने को इच्छुक एक भी श्रमिक छुटना नहीं चाहिए.”
विपक्ष पर निशाना साधते हुए प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कोरोना की इस भयावह आपदा के दौर में यदि विपक्षी दलों ने थोड़ा भी सहयोग किया होता तो आज तस्वीर कुछ और होती. लेकिन सहयोग के बजाए यह हर उस काम में लगे हुए हैं, जिससे कोरोना के खिलाफ़ चल रही जंग में भारत ह़ार जाए और इन्हें राजनीति करने का अवसर मिले. महाराष्ट्र का उदहारण लें तो इनके अनुरोध पर 145 ट्रेनें भेजी गयी, लेकिन महाराष्ट्र सरकार यात्रियों की जानकारी देने में अनियमितता बरतीं गयीं, जिसके कारण ट्रेनों को ट्रैक पर ही खड़ा रहना पड़ा. इसी तरह की हरकत यह अपने शासित अन्य राज्यों में भी कर रहे हैं, जिसके कारण ट्रैक जाम हो जाते हैं और या तो ट्रेनें लेट हो रही हैं या उन्हें रूट बदलना पड़ रहा है. विपक्ष यह जान ले उनकी कारस्तानियाँ जनता से छुपी नहीं है. आपदा के समय किया गया उनका यह असहयोग जनता भूलने वाली नहीं.