संवाददाता.दानापुर. किराया नहीं लिए जाने की सरकारी घोषणाओं के बावजूद बिहार लौटने वाले प्रवासी मजदूरों से केरल के तिरूर और एर्नाकुलम स्टेशनों पर टिकट देकर किराया वसूले गए।
तिरुर केरल राज्य से बिहार के दानापुर स्टेशन पहुंचने वाले अररिया जिले के मोहम्मद हजरत, मो. मूसा, मो. अकबर, भंडीसाकिब, मो. अरमार, कटिहार के शंकर महतो, अमित कुमार, मधुबनी के लक्षमण सैनी, राजीव कुमार, पूर्णिया के सफीक अहमद, कामेश्वर राम, मोहम्मद सकील, वैशाली के टुनटुन राम, रत्नेश राम, मुजफ्फरपुर के शकिल अहमद, सफिका खातून आदि सभी यात्री ने बताया कि केरल से 910 रूपये का टिकट लेकर अन्नाकुलम एक्सप्रेस सोमवार को दानापुर स्टेशन पहुंचे हैं।
इन लोगों ने बताया है कि 40 दिनों के लॉक डाउन में तीन बार 2 किलो चावल,एक किलो आटा, आलू और प्याज एक एक किलो दिया गया। पैसा के लिए बैंक का खाता आदि लिख के ले गया पर पैसा एक रुपया भी नहीं मिला।
वहीं एर्नाकुलम के प्रवासी अररिया ,किशनगंज आदि के मजदूर मो.शादीर,मो.हिजाबुल ,मो.शरुद्दीन आदि ने बताया है कि उस से स्टेशन पर ही यात्रा टिकट दे कर 965 रूपये वसूला गया है | पैसा लेने वालों ने कहा अगर पैसा नहीं दोगे तो,इस ट्रेन में यात्रा करने को नहीं मिलेगा |
अररिया के मो.हजरत, मधुबनी के लक्षमण सैनी ने बताया कि वे केरल में फर्निचर बनाने का काम करते है। उन्हे सरकार द्वारा भेजे गए एकाउंट में एक हजार रूपये मिल गए है। उन्हे लॉकडाउन की वजह से काम ठप पड़ा हुआ था किसी तरह भोजन मिल जाती थी पर लॉकडाउन कबतक चलेगा ये पता नहीं इस लिए वे घरों को लौटना ही बेहतर समझा। ज्यादातर प्रवासी केरल में पेंटिग, पत्तल के कारखाने के अलावा छोटे मोटे उद्योगो में काम कर रहे थे।