संवाददाता.मुजफ्फरपुर.पृथ्वी को बचाने के लिए पौधारोपण बहुत आवश्यक है। अगर शुरू से ही बच्चों में पौधारोपण एवं प्रकृति प्रेम की आदत डाली जाए तो बच्चों के संस्कार सुंदर बनते हैं। उक्त बातें तिरहुत प्रमंडल के जनसंपर्क उप निदेशक विदुभूषण प्रसाद ने स्कूली बच्चों को संबोधित करते हुए कही।
मुजफ्फरपुर जिला के मुरौल प्रखंड अंतर्गत मध्य विद्यालय गोपालपुर विशुनपुर में बाल दिवस के अवसर पर “उन्नयन” के सौजन्य से आयोजित पौधा वितरण कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि आज के समय में पौधारोपण सबसे जरूरी काम है। वृक्षों के अंधाधुंध कटाई से मानव सहित सभी जीवो के अस्तित्व पर संकट आ गया है। कभी बाढ़ कभी अकाल इसी वजह से हो रहे हैं । पौधारोपण ही इसका एकमात्र इलाज है। उन्नयन के द्वारा एक वर्ष में स्कूली बच्चों के माध्यम से 10 हजार पौधों का रोपण कर लिए जाने को उन्होंने बड़ी उपलब्धि बताया।
उन्नयन के संयोजक ब्रजेश कुमार ने इस अवसर पर बताया कि स्कूली बच्चों के माध्यम से पर्यावरण के प्रति जागरूकता उत्पन्न करना ही ‘उन्नयन” का उद्देश्य है । 10 युवकों का यह समूह अपने संसाधन से ग्रामीण इलाकों में शिक्षा , पर्यावरण संरक्षण एवं समाज सेवा का कार्य कर रहा है। समूह का उद्देश्य है कि पौधारोपण हर सामाजिक एवं पारिवारिक समारोहों का अभिन्न हिस्सा बने, जिससे कि हर जगह हरियाली फैले।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ प्रवीण आनंद ने कहा कि प्रकृति ही असली डॉक्टर है । पेड़-पौधों के बीच रहने वाले लोग अधिक स्वस्थ रहते हैं एवं उनकी आयु भी दूसरों की अपेक्षा अधिक होती है। स्वस्थ शरीर एवं पर्यावरण के लिए हर व्यक्ति को पौधारोपण के लिए आगे आना होगा।
विद्यालय के प्रधानाध्यापक राजेश कुमार ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए कहा कि बाल दिवस के अवसर पर नई पीढ़ी में पर्यावरण जागरूकता उत्पन्न करने के लिए संकल्प लेना हम लोगों का परम लक्ष्य होना चाहिए। उन्होंने बताया कि स्कूल के बच्चों ने स्कूल में ही 300 पौधों की नर्सरी बनाई है। यह नई पीढ़ी का पर्यावरण संरक्षण के प्रति प्रेम को दर्शाता है । कार्यक्रम में उपस्थित स्कूली बच्चों एवं ग्रामीणों के बीच उन्नयन की तरफ से 275 फलदार पौधे वितरित किए गये तथा विद्यालय परिसर में पौधारोपण भी किया गया । पर्यावरण संरक्षण एवं निबंध प्रतियोगिता में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले स्कूली बच्चों को पुरस्कृत भी किया गया। इस अवसर पर उन्नयन के सदस्य देवेंद्र राम, डॉ राजेश कुमार, विद्यालय के शिक्षक हरीश चंद्र पासवान, मेनका रंजन, संजीव कुमार रत्नाकर समेत काफी संख्या में स्कूली बच्चे एवं ग्रामीण उपस्थित थे