संवाददाता.पटना.मंगलवार को भागवत कथा के दूसरे दिन बाबा भीखमदास ठाकुरबाडी मे बृजवासी विप्लव कैशिक ने भागवत कथा मे सुनाया कि भागवत हितोपदेश के 6 पशन शोनक जी ने सूत जी से पूछा , उन पशनो के उतर भगवान अवतार एवं परीक्षित के जन्म की कथा सुनाकर कहा, जो एक निसठ भकत होते है भगवान उनके साथ परछाई की तरह साथ रहते है , उदाहरण में द्रौपदी चिरहरण की कथा सुनाई, भीष्म उपदेश एवं भीष्म मोछ कथा कहा और पाण्डवों के सवरगारोहन की कथा सुनाई।
रहस्यमय अत्यन्त गोपनीय ब्रह्म तत्व वाला यह श्रीमद् भागवत पुराण बहुत पुण्यदायक पुराण हैं। इसके बारह स्कंध हैं। जिस प्रकार नदियों में गंगा, तीर्थों में काशी उसी प्रकार वेद शास्त्रों में भागवत पुराण का महत्त्व है। यह हिन्दू समाज का सर्वाधिक आदरणीय व पूज्य ग्रंथ है। वैष्णव सम्प्रदाय का यह प्रमुख ग्रंथ है। इस पुराण में 12 स्कंद है .द्वितीय स्कंध में योगधारण से शरीर त्याग और प्राकृतिक सृष्टि उत्पत्ति के बारे में बताया है। इसमें भी विष्णु भागवान् के 24 अवतारों का संक्षेप वर्णन है। श्रीमद् भागवत 10 विषयों वाला है उसके विषयों को वर्गीकृत किया गया है।
दूसरे अध्याय में श्रीकृष्ण के गुणों का बखान करते हुए कहा गया है कि उनके भक्तों की शरण लेने से यवन, किरात् हूण, कंक, पुलिन्द, पुल्कस, आन्ध्र,आभीर, और खस आदि तत्कालीन जातियाँ भी पवित्र हो जाती हैं।