संवाददाता.पटना.सीतामढी में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि पहले बिहार का 25 हजार से 30 हजार करोड़ रुपये साल का बजट हुआ करता था जिसका पूरा पैसा भी खर्च नही हो पाता था। वही अब इस वित्तीय वर्ष में बिहार का बजट एक लाख 80 हजार करोड़ रुपया है जिसकी लगभग आधा धनराशि योजना मद में हमलोग खर्च करते है। बजट की राशि अगले साल और बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि न्याय के साथ विकास के प्रति हमारी प्रतिबद्धता है जिसका मकसद है हर तबके और हर इलाके का विकास।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरूवार को सीतामढ़ी जिले के डुमरा प्रखंड स्थित ग्राम परमानंदपुर में 620 करोड़ रुपये की लागत वाली परमानंदपुर पावर ग्रिड 400/200/132 केवी उपकेंद्र सीतामढ़ी का शिलान्यास शिलापट्ट का अनावरण कर किया।इसे जनवरी 2021 तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
उल्लेखनीय है कि गंडक नदी पर निर्माणाधीन बंगरा घाट पुल, बेतिया-गोपालगंज पुल पहुँच पथ का एरियल सर्वेक्षण करते हुए मुख्यमंत्री सीतामढ़ी जिले के डुमरा प्रखंड के ग्राम परमनादपुर में आयोजित शिलान्यास कार्यक्रम स्थल के पास बने हेलीपैड पहुँचे, जहाँ जिला प्रशासन द्वारा उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया और स्थानीय नेताओं एवं जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया।
जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सीतामढ़ी में 400 केवी के पावरग्रिड विद्युत उपकेंद्र का आज शिलान्यास हुआ है। दो साल के अंदर इस परियोजना का काम पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है । उन्होंने कहा कि इस प्रकार के 3 बड़े पॉवर ग्रिड बिहार में स्थापित करने का केंद्र सरकार ने निर्णय लिया है और 2 दिन बाद सहरसा में भी इस प्रकार के पावर ग्रिड का शिलान्यास कार्यक्रम है जिसका मुझे बेहद खुशी है। उन्होंने कहा कि विद्युत के क्षेत्र में केंद्र सरकार की योजनाएं काफी जनोपयोगी है और इस दिशा में राज्य सरकार की जो योजनाएं चल रही है उसका पूरा लाभ लोग उठा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नवंबर 2005 में जब हमने न्याय के साथ विकास का काम प्रारम्भ किया उस समय पूरे बिहार में मात्र 700 मेगावाट बिजली की आपूर्ति होती थी जिसका परिणाम था कि गाँव तो छोड़ दीजिए राजधानी पटना में भी लोगों को आवश्यकता के अनुरूप बिजली की उपलब्धता नही थी। उन्होंने कहा कि 15 अगस्त 2012 को स्वाधीनता दिवस के दिन पटना के गाँधी मैदान में हमने संकल्प लिया कि बिजली की स्थिति में सुधार नही लाएंगी तो 2015 के चुनाव में हम वोट मांगने नही जाएंगे। उसके बाद 7 निश्चय योजना के तहत काम शुरू हुआ और स्थिति यह है कि 25 अक्टूबर 2018 को ही बिहार के हर इच्छुक परिवार तक बिजली पहुँचा दी गयी है। इस काम मे केंद्र और राज्य सरकार के अधिकारियों का भरपूर सहयोग मिला।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब हम विधायक नही थे उस समय रेडियो पर बरसात के मौसम में समाचार के माध्यम से सुना करते थे कि सीतामढ़ी का पूरे देश और दुनिया से कनेक्शन कट गया। उन्होंने कहा कि 1985 से ही यहाँ कटौधा में एक पुल बन रहा था जिसका निर्माण कार्य हमलोगों के ही प्रयास से पूरा हुआ। इसके बाद सीतामढ़ी में आवागमन सुगम हुआ। यहाँ यातायात को और अधिक सुगम बनाने के लिए एन0एच0 77 का जो हिस्सा छूट गया है जिसकी लम्बाई 12 किलोमीटर है उसे फोरलेन वाली चौड़ी सड़क बनाई जाएगी। मझौल गुमटी पर पहुंच पथ का निर्माण 72 करोड़ रुपये खर्च कर होना है इसके लिए योजना स्वीकृत कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि सर्वेक्षण कराकर हर गाँव को पक्की सड़क से जोड़ने के साथ-साथ टोला सम्पर्क योजना के के माध्यम से गाँव के सभी टोलों को पक्की सड़क से जोड़ने का लक्ष्य निर्धारित किया गया और इस दिशा में काम तेजी से आगे बढ़ रहा है। अब तो सात निश्चय योजना अंतर्गत हर घर तक पक्की गली का नाली का भी निर्माण कराया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि सीतामढ़ी माँ जानकी की भूमि है जो काफी ऐतिहासिक और पवित्र है। हम सभी को आपसी प्रेम, सद्भाव और भाईचारा के साथ रहते हुए सभी धर्मों के प्रति मन मे आदर का भाव रखने का संकल्प लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से झूठी बातें प्रचारित कर समाज मे तनाव का माहौल पैदा करने की कोशिश में जुटे हैं। ऐसे लोगों से सतर्क रहने की आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2019 में फिर श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में ही सरकार बनेगी। 2014 में हम साथ मे नही थे तो बीजेपी की सरकार बनी अब तो हम भी साथ मे हैं। हमलोगों का पूरा का पूरा समर्थन रहेगा।
जनसभा को केंद्रीय ऊर्जा राज्य मंत्री आर0के0 सिंह, ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव, पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव, सांसद रामकुमार शर्मा, विद्युत मंत्रालय भारत सरकार के संयुक्त सचिव अरुण कुमार वर्मा, पावरग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक आई0एस0 झा संबोधित किया।