संवाददाता.पटना. बिहार को अकाल प्रभावित क्षेत्र घोषित करने, धान खरीद में हो रहे घोटाले, हत्या, अपराध, रंगदारी, महिला उत्पीड़न, शिक्षा एवं मेडिकल माफिया के खिलाफ और व्यवसायी गुंजन खेमका के निर्मम हत्या की न्यायिक जांच की मांग को लेकर जन अधिकार पार्टी (लो) द्वारा धरना स्थल गर्दनीबाग से पार्टी के संरक्षक सह सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव के नेतृत्व में राजभवन मार्च निकाला गया।
इस दौरान पुलिस ने शांतिपूर्ण मार्च कर रहे जाप(लो) के निहत्थे नेताओं पर आंसू गैस, वाटर कैनन और लाठीचार्ज कर दिया। इसमें छात्र परिषद के एक कार्यकर्ता पंकज को गंभीर चोट आई। पुलिस ने गया निवासी पंकज पर बंदूक के बट से हमला कर दिया, जिसे गंभीर हालत में पीएमसीएच ले जाया गया। बाद में सांसद पप्पू यादव पीएमसीएच पहुंचे और पंकज की हालत का जायजा लिया।
पप्पू यादव ने कहा कि हमने लक्षमण रेखा पार नहीं की थी, फिर भी नीतीश कुमार की पुलिस ने दो दर्जन से अधिक नेताओं पर जानबूझ कर हमला किया और उन्हें घायल कर दिया। पंकज पर मनोज पांडे नाम के इंस्पेक्टर ने हमला किया है। हम चुप नहीं बैठेंगे और इसके खिलाफ न्यायालय जायेंगे।
सांसद ने कहा कि हमारी मांग बिहार में अपराध पर लगाम और किसानों की अनदेखी के सवाल पर मार्च कर रहे थे। हम पूछ रहे थे कि प्रदेश में महिला उत्पीड़न और माफिया राज कब खत्म होगा। हम इन्हीं मांगों के साथ शांतिपूर्ण मार्च कर रहे थे, जब पुलिस ने हमारे कार्यकर्ताओं पर जानबूझ कर हमला कर दिया। बिहार में हिटलर की सरकार चल रही है। लाठी गोली से आम लोगों की आवाज दबाने की कोशिश की जा रही है। हम चुप नहीं बैठेंगे और आज हम बिहार बंद भी करेंगे। चैंबर ऑफ कॉमर्स से हमने बिहार बंद के लिए सपोर्ट मांगा है। 27 को सांसद भी नहीं चलने देंगे।
इससे पहले सांसद ने राजभवन मार्च के दौरान अपने संबोधन में कहा कि पूरा बिहार सूखाड़ के चपेट में है। लेकिन सरकार का ध्यान इस ओर नहीं है। हद तो तब हो गई, जब एक कमिश्नरी के एक जिले को सूखाड़ घोषित किया जाता है, जबकि उसी कमिश्नरी के दो जिले को यूं ही छोड़ दिया गया। उन्होंने कहा कि धान का समर्थन मूल्य तय होने के बावजूद राज्य में इसकी खरीद नहीं हो रही है। हम नीतीश कुमार से पूछना चाहते हैं कि क्यों नहीं वे ही किसानों का धान खरीदते हैं, जबकि उन्हें पता है कि प्रदेश में कोई भी क्रय केंद्र काम नहीं कर रहा है और 80 फीसदी क्रय केंद्र तो खुले ही नहीं हैं। यही वजह है कि 11 सौ के नीचे दलाल, पूंजीपति और बिचौलिये द्वारा धान खरीदा जा रहा है।
पप्पू यादव ने कहा कि आखिर कब तक गुंजन खेमका जैसे व्यवसायियों की हत्या होते रहेगी। आखिर व्यवसायी अखिलेश जायसवाल से रंगादारी मांगने वाले सत्ताधारी दल के विधायक पप्पू पांडे पर एफआईआर के बाद भी गिरफ्तारी क्यों नहीं हो सकी है। हम मांग करते हैं कि तीन महीने में स्पीडी ट्रायल के जरिए जघन्य अपराध को अंजाम देने वाले अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाये। उन्होंने कहा कि प्रदेश में मेडिकल माफिया और एजुकेशनल माफिया का तांडव भी खूब देखने को मिल रहा है।
जन अधिकार पार्टी (लोकतांत्रिक) का पांच सदस्यीय शिष्टमंडल प्रदेश अध्यक्ष अखलाक अहमद के नेतृत्व में राजभवन में जाकर राज्यपाल के वरिष्ठ पदाधिकारी से मिला मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपा।शिष्टमंडल में अखलाक अहमद के अलावा राष्ट्रीय प्रधान महासचिव एजाज़ अहमद, राष्ट्रीय महासचिव सह प्रवक्ता प्रेमचंद सिंह, राष्ट्रीय महासचिव राजेश रंजन पप्पू, प्रदेश महासचिव अरुण कुमार सिंह शामिल थे।