संवाददाता.पटना.मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड में पति पर लगे आरोपों के कारण समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा ने बुधवार को मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया.बालिका गृह कांड के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर से उनके पति चन्द्रशेखर वर्मा की नजदीकियां के आरोप लगाए जा रहे थे.खुलासा हुआ कि पिछले 6 माह में दोनों के बीच 17 बार फोन पर बातचीत हुई है.
इस्तीफा देने के बाद मंजू वर्मा ने दावा किया कि जांच में उनके पति निर्दोष साबित होंगें.पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि सीएम ने उनसे इस्तीफा नहीं मांगा बल्कि वे खुद जाकर इस्तीफा सौंप दी.
जदयू महासचिव के सी त्यागी ने कहा कि वे ऐसा पहले कर देती तो पार्टी को इतनी परेशानी नहीं होती.एनडीए की घटक दल रालोसपा ने इस्तीफे का स्वागत किया.रालोसपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, मुख्य प्रवक्ता सह पूर्व मंत्री श्रीभगवान सिंह कुशवाहा ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि मंजू वर्मा का इस्तीफा यह साबित करता है कि एनडीए सरकार न सिर्फ अन्याय के खिलाफ है, बल्कि राज्य में लॉ एंड ऑर्डर को बनाये रखने के लिए भी प्रतिबद्ध है।
लेकिन भाजपा में मंजू वर्मा को लेकर मतभेद सामने आ गया था.डा सीपी ठाकुर ने जहां मंजू वर्मा को इस्तीफे की सलाह दी थी वहीं सुशील मोदी मंजू वर्मा के पक्ष में खड़े हो गए थे.