853 सड़कों एवं 60 पुलों का सीएम ने किया उदघाटन

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संवाददाता.पटना.मुख्यमंत्री  नीतीश  कुमार  ने आज  मुख्यमंत्री  सचिवालय स्थित ‘संवाद’ में ग्रामीण कार्य विभाग के अंतर्गत 1,959.03 करोड़ रूपये की 2,096 पथों एवं 45 पुलों का शिलान्यास, 1,113.30 करोड़ रूपये की 1,160 पथों एवं 28 पुलों का कार्यारंभ एवं 1,097.54 करोड़ रूपये की 853 पथों एवं 60 पुलों का आज उद्घाटन रिमोट के माध्यम से किया।

इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोगों की इच्छा है कि हरेक गांवों, बसावटों एवं टोलों को पक्की सड़क से जोड़ दें, इसके लिए तेजी से काम चल रहा है।  उन्होंने कहा कि वर्ष 2000 से अटल जी के समय से जिस समय मैं भी केंद्र में मंत्री था, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना शुरु की गई, यह एक महत्वपूर्ण योजना है। इसके तहत गांवों को सड़क से जोड़ने की  योजना  बनायी  गई।  जब मैंने यहां काम  संभाला  तो देखा  कि  प्रधानमंत्री  ग्राम सड़क योजना (पी0एम0जी0एस0वाई0) का काम केंद्र की स्वीकृत एजेंसियां ठीक से नहीं कर रही थीं, इसके लिए केंद्र से बात किया और राज्य सरकार ने जब से जिम्मेवारी उठायी तो ग्रामीण सड़कों के निर्माण में तेजी आयी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जो आंकड़े बताए गए हैं, उसके अनुसार 1,29,209 बसावटों में से 72,314 बसावटों को संपर्क प्रदान किया जा चुका है। शेष बचे हुए 56,133 बसावटों को संपर्कता प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सर्वेक्षण में जो भी गांव छुटे रह गए हैं, उनको सड़क से जोड़ने का निर्णय मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना के द्वारा अपने संसाधन से पूरा किया जाएगा। हमलोगों ने निर्णय किया कि टोलों को पक्की सड़क से जोड़ा जाएगा इसमें गरीब, एस0सी0/एस0टी0, अत्यंत पिछड़े वर्ग के लोग ज्यादा संख्या में रहते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इन सब कार्यों के लिए ज्यादा धनराशि की जरुरत है, इसके लिए पांच देशों के संगठन ब्रिक्स के द्वारा स्थापित न्यू डेवेलपमेंट बैंक एवं वल्र्ड बैंक के पास ऋण प्राप्ति के लिए प्रपोजल दिया गया है। टोला संपर्क योजना के लिए नाबार्ड से ऑफ बजट 2800 करोड़ रुपए का ऋण 10 प्रतिशत की ब्याज दर पर लिया गया है, पैसे कि कमी नहीं की जाएगी। सात निश्चय के अंतर्गत हर टोले को पक्की सड़क से जोड़ना पक्की गली-नाली का निर्माण हर घर नल का जल, हर घर शौचालय, हर घर तक बिजली का कनेक्शन पर काम किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 2011 की जनगणना के अनुसार 89 प्रतिशत जनसंख्या गांवों में रहती है और 76 प्रतिशत लोगों की आजीविका का साधन कृषि है। हमलोगों ने हाल ही में तीसरे कृषि रोड मैप 2017-22 शुरु किया है, इसमें कृषि से संबंधित चीजों को तो शामिल किया गया है, इसके अलावा ग्रामीण सड़कों का निर्माण भी कृषि रोड मैप का अंग बनाया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़क सुरक्षा भी एक महत्वपूर्ण विषय है, ग्रामीण कार्य विभाग इस पर भी ध्यान दे और सड़कों के निर्माण के समय से ही इस पर सतर्क रहे। सड़क के  दोनों  तरफ  वृक्ष  लगाए ताकि  सड़क  की  मजबूती  तो  होगी  ही  साथ  ही  पर्यावरण  के दृष्टिकोण से भी यह काफी महत्वपूर्ण होगा। तेजी से बढ़ने वाले वृक्षों को लगाने की जरुरत है। 2-3 वर्षों तक ग्रामीण कार्य विभाग खुद इसकी निगरानी करे और वृक्ष लगाने में पहल करे  तो  यह  काफी  महत्वपूर्ण  होगा।

कार्यक्रम को ग्रामीण कार्य मंत्री शैलेश कुमार, ग्रामीण कार्य विभाग के सचिव विनय कुमार ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर विधायक सुबोध राय, मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अतीश चंद्रा, मुख्यमंत्री के सचिव मनीष कुमार वर्मा, विशेष सचिव मुख्यमंत्री सचिवालय अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह सहित पदाधिकारीगण, ग्रामीण कार्य विभाग के अभियंतागण एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

 

 

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