संवाददाता.पटना. जन अधिकार पार्टी (लो) के संरक्षक और सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने कहा है कि राजद प्रमुख लालू यादव के स्वास्थ्य की जांच के लिए सर्वोच्च न्यायालय या उच्च न्यायालय के किसी न्यायाधीश की निगरानी में मेडिकल टीम गठित किया जाना चाहिए, जिसकी रिपोर्ट के आधार पर उनके लिए बेहतर चिकित्सा की व्यवस्था की जा सके। पटना में पत्रकारों चर्चा में उन्होंने कहा कि लालू यादव के स्वास्थ्य पर राजनीति नहीं होनी चाहिए।
श्री यादव ने कहा कि संविधान और आरक्षण को देश में कोई खतरा नहीं है। मगर राजनीतिक लाभ के लिए लोग संविधान और आरक्षण को खतरे में होने बात कर राजनीति कर रहे हैं, जो उचित नहीं है। उन्होंने जनसंख्या के अनुपात में आरक्षण की वकालत करते हुए कहा कि निजी क्षेत्रों में भी 40 फीसदी आरक्षण होना चाहिए। सांसद ने कहा जातिवार जनगणना की रिपोर्ट को सार्वजनिक किया जाना चाहिए, ताकि देश की सामाजिक संरचना उजागर हो सके। इससे योजनाओं के निर्धारण और संसाधनों के बंटवारे में मदद मिलेगी। श्री यादव ने कहा कि चुनाव के समय राजनीतिक लाभ के लिए विशेष राज्य के दर्जे की मांग उठाई जाती है, जबकि बिहार के हित में आवश्यक है कि विशेष राज्य के दर्जा के लिए सभी दल एकजुट हों और इस मांग को प्रमुखता से उठायें।
उन्होंने कहा कि दलित और आरक्षण की राजनीति के साथ अब राज्य में संवेदना की राजनीति हो रही है। इससे जनता को सचेत रहने की जरूरत है। सांसद ने कहा कि भगवान के नाम पर नफरत की राजनीति बंद होनी चाहिए। जन अधिकार पार्टी (लो) नफरत की राजनीति को अमन की राजनीति में बदलने के लिए प्रतिबद्ध है। श्री यादव ने जहानाबाद में किशोरी के साथ छेड़छाड़ की घटना की निंदा करते हुए दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की। संवाददाता सम्मेलन में राष्ट्रीय महासचिव राजेश रंजन पप्पू, प्रदेश प्रधान महासचिव अवधेश कुमार लालू प्रदेश, और महासचिव सह प्रवक्ता उमैर खान उर्फ टिक्का खान मौजूद रहे।