प्रारंभिक जानकारी पर कैंसर का पूर्ण इलाज संभव-पद्मश्री डॉ.जेके सिंह

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संवाददाता.पटना.प्रसिद्ध ओन्कोलॉजिस्ट पद्मश्री डॉ. जे. के. सिंह ने कहा कि कैंसर तब होता है जब शरीर के सेल्स में किसी कारणवश असामान्य विकास होने लगता है। इसलिए जब भी शरीर में कोइ गाँठ या गिल्टी दिखाई पड़े, शरीर में कोई असामान्य परिवर्तन दिखाई दे, तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और यदि कैंसर का प्रारम्भिक अवस्था में जानकारी हो जाय तो कैंसर का पूर्णत: इलाज संभव है।

डॉ. सिंह ये बातें ग्रामीण स्नेह फाउंडेशन – बिहार चैप्टर और इस्लामिया टीचर्स ट्रेनिंग (बी. एड.) कॉलेज, फुलवारी शरीफ के संयुक्त तत्वाधान में ‘कैंसर की रोकथाम,शिक्षा और प्रारंभिक जांच पर कैंसर जागरूकता कार्यक्रम’ के एकदिवसीय कार्यशाला में कह रहे थे, जिसका आयोजन इस्लामिया टीचर्स ट्रेनिंग (बी. एड.) कॉलेज , फुलवारी शरीफ, पटना के सभागार में किया गया। कार्यशाला की शुरूआत विधिवत रूप से दीप प्रज्‍जवलित कर किया।

डॉ. सिंह ने सभागार में मौजूद कॉलेज के छात्र-छात्राओं के साथ-साथ कॉलेज के शिक्षकों और कर्मचारियों को कैंसर के बारे में विस्‍तृत रूप से बताते हुए कहा कि शरीर के सेल्‍स में असामान्य विकास का मुख्य कारण कुछ महत्वपूर्ण जीन खास-तौर से सेल्स के डीएनए का डैमेज हो जाना या उनमे म्यूटेशन होना होता है। इसलिए ऐसे बदलाव को अनदेखा नहीं करना चाहिए और तुरंत डॉक्‍टर से परामर्श लेना चाहिए। डॉ. सिंह ने विकासशील देशों में कैंसर के प्रभाव पर चर्चा करते हुए बताया कि विकासशील देशों में प्रत्येक 10 में से 8 व्यक्ति आने वाले दिनों में कैंसर जैसी बीमारी का शिकार हो सकता है। 12 लाख कैंसर के नए मरीज़ प्रत्येक साल सामने आ रहे है, जिसमें ब्रेस्ट कैंसर के मरीज़ सबसे ज्यादा है।

उन्‍होंने कहा कि  90 प्रतिशत मरीज़ लास्ट स्टेज में अस्पताल या डॉक्टर के पास जाते है और सिर्फ 8 से 9 प्रतिशत लोग ही पहले प्रारम्भिक अवस्था में जांच के लिए अस्पताल या डॉक्टर के पास जाते है। इसलिए कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी में शीघ्र पहचान अधिक महत्वपूर्ण है। पद्मश्री डॉ. जे.के. सिंह ने तम्बाकू का हमारे स्वास्थ्य पर असर का भी जिक्र किया और बताया कि कैसे तम्बाकू हमारे लिए और हमारे समाज के लिए घातक है, दुनिया भर में 14 खरब के आस-पास तम्बाकू का व्यापार है। प्रत्येक 6 सेकंड में 1 व्यक्ति की मौत तम्बाकू के वजह से होती है । उन्होंने बताया कि भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के मुताबिक भारत में हर दिन तंबाकू के कारण 10 लोगों की मृत्यु हो जाती है।

गंगा कुमार, सचिव, ग्रामीण स्नेह फाउंडेशन ने आज की जीवन शैली में खान-पान के प्रभाव से कॉलेज के शिक्षकों और कर्मचारियों को अवगत कराया। उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित छात्र-छात्राओं के साथ-साथ कॉलेज के शिक्षकों और कर्मचारियों से अपील की कि वे अपने घर की महिलाओं के स्वास्थ्य का विशेष रूप से ध्यान रखें, क्योंकि हमारे घरों की महिलाए अपनी समस्याएं बताने में झिझकती है। और जब बताती है तो बीमारी काफी बढ़ चुकी होती है।

हाजी खुर्शीद हसन, डायरेक्टर, इस्लामिया टीचर्स ट्रेनिंग (बी. एड.) कॉलेज ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी छात्र-छात्राओं और अपने कॉलेज के कर्मचारियों को इंस्टेंट फूड से बचने की सलाह दी।गौरतलब है कि ग्रामीण स्नेह फाउंडेशन के कैंसर जागरूकता अभियान के तहत विभिन्न क्षेत्रों में कार्यक्रम आयोजित कर लोगो के बीच कैंसर के लक्षण, इससे बचने के उपाय पर लोगों को जानाकारी दी जाती है। साथ ही  कैंसर डिटेक्शन सह स्वास्थ्य शिविर का आयोजन कर कैंसर की जांच के लिये मुफ्त कार्यक्रम का भी संचालन किया जाता है । कैंसर जागरूकता कार्यक्रम में डॉ सरिता सिन्हा, प्राचार्या, तक्षशिला कॉलेज ने भी कैंसर के बढ़ते हुए दुष्प्रभाव से उपस्थित लोगो को जानकारी प्रदान की।

फरहा दिवा, इस्लामिया टीचर्स ट्रेनिंग (बी. एड.) कॉलेज के धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम की समाप्ति हुई। इससे पहले मंच का संचालन नजमुल हसन ने किया । कार्यक्रम में प्रसिद्ध ओन्कोलॉजिस्ट पद्मश्री डॉ. जे.के. सिंह;  गंगा कुमार, वरिष्ठ  नौकरशाह  और  ग्रामीण स्नेह फाउंडेशन के सचिव; हाजी खुर्शीद हसन,डायरेक्टर, इस्लामिया टीचर्स ट्रेनिंग (बी. एड.) कॉलेज; फरहा दिवा; डॉ. पूनम वर्मा, सत्तार कॉलेज ऑफ़ एजुकेशन; आर. के. अरुण, प्रधानाचार्य, इस्लामिया टीचर्स ट्रेनिंग (बी. एड.) कॉलेज;ग्रामीण स्नेह फाउंडेशन के पदाधिकारी और कर्मचारी के साथ कॉलेज की 250 से ज्यादा छात्र-छात्राओं के अलावा कॉलेज के शिक्षक और कर्मचारियों ने भाग लिया ।

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