संवाददाता.पटना.बाबा भीखमदास ठाकुरबाड़ी में पंडित विप्लव कौशिक ने आज भागवत पुराण कथा वाचन के प्रथम दिन मनोकामना सिद्धि पर प्रकाश डाला।
उन्होंने प्रथम दिन नारद मुनि की कथा बताते हुए कहा कि नारद मुनि विभिन्न धार्मिक स्थल का भ्रमण करने के क्रम में वृन्दावन पहुंचे जहां माता भक्ति तथा पुत्र ज्ञान एवं वैराग्य से मुलाकात हुई।सभी की शंका निवारण हेतु बद्रिका आश्रम गए, वहां सनद कुमार से तथा सनद कुमारों के द्वारा नारद जी ने भागवत कथा गाय घाट,गंगातट(हरिद्वार) में कराई।नारद जी मुख्य श्रोता बने तथा ज्ञान,वैराग्य एवं भक्ति का उस कथा के श्रवण से दु:ख दूर हुआ।
कथा में यह भी बताया गया कि दुराचारी को भी इस कथा के श्रवण के कारण मुक्ति मिल जाती है।इसमें धुधकनी प्रसंग विस्तार एवं रोचक पूर्वक सुनाया।
भागवत कथा प्रारम्भ करने के लिए जिस प्रकार शुभ मुहूर्त ज्यादा अच्छा होता है इसी प्रकार कथा का पूर्ण फल एवं मनोवांछित फल प्राप्त करने के लिए श्रोता को भी फल-आहार ग्रहण करना चाहिए एवं मनोयोग से श्रवण परम आवश्यक है।