संवाददाता.पटना.प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार की राजनीति विरोधाभास से परिपूर्ण है।मुख्यमंत्री ऐसे जुगतपुरुष है जो दो घंटे पहले अपनी ही कही बात पर बहाने लगाकर ऐसे पलट जाते है कि उनके बहानों पर बहाने भी शरमा जाए।
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को जदयू में संभावित टूट का पूर्ण अंदेशा हो गया है इसलिए टूट रोकने के लिए अब पलटी मारने के बाद कह रहे है की विधानसभा चुनाव तय समय पर होंगे।मुख्यमंत्री एक तरफ़ लोकसभा के साथ विधानसभा चुनाव कराने का राग अलापते है तो दूसरी तरफ़ कहते है कि चुनाव लोकसभा के साथ नहीं होगा। वो क्या चाहते है वो स्पष्ट करें क्यों गोल-मोल बातें कर रहे है?
नीतीश कुमार कुछ भी तर्क प्रस्तुत करें लेकिन यह यथार्थ है कि उनकी पार्टी में जनादेश की लूट के बाद एक अजीब घुटन और परेशानी है। निर्वाचित विधायकों को कार्यकाल पूर्ण नहीं करने का डर है तो साथ ही साथ हर बार एक नए गठबंधन में अपनी सीट खोने का।
जदयू के राजनीतिक उत्तराधिकारी दावा कर रहे थे कि राजद में टूट होगी लेकिन वो अबतक किसी पंचायत स्तर के पदाधिकारी को भी नहीं तोड़ पाए। नीतीश कुमार की कथनी और करनी के फ़र्क़ को पूरा देश जान चुका है। उन्हें अब आत्मचिंतन बाद कुर्सी प्रेम छोड़ अपनी राजनीति संभावित उतराधिकारी को सौंप देनी चाहिए क्योंकि वो भी आजकल उनको रिप्लेस करने लिए ज़्यादा ही व्याकुल है।