विकास और समाज सुधार से आएगा बदलाव- मुख्यमंत्री

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संवाददाता.पटना. विकास कार्यों की समीक्षा यात्रा के क्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रोहतास जिले के संझौली प्रखंड के अमेठी पंचायत के सुसाढ़ी गांव पहुँचे, जहां उन्होंने खुले में शौच से मुक्त हुए अमेठी पंचायत के विभिन्न पहलुओं की पूरी जानकारी ली। ओडीएफ घोषित होने वाला रोहतास जिला का यह पहला पंचायत है। अमेठी में मुख्यमंत्री ने जैविक खेती एवं बायोगैस केंद्र, वर्मी कम्पोस्ट केंद्र एवं पशु शेड, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन में ग्रामीणों द्वारा किये जा रहे कार्यों के क्रियान्वयन का अवलोकन किया तथा सात निश्चय की विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन का स्थल निरीक्षण किया।

इसके बाद मुख्यमंत्री ने स्वच्छता केंद्र पर स्वच्छता-ध्वज का झंडोतोलन एवं स्वच्छता अदालत की कार्यवाही का अवलोकन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने ‘मिशन प्रतिष्ठा- एक सत्याग्रह’ कॉफी टेबुल बुक का विमोचन किया।

ग्राम चैपाल को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे प्रखंड में स्वच्छता के संबंध में जन जागृति लाने की आवश्यकता है और जिलाधिकारी सहित स्वच्छता के काम में लगे मैं उन सभी लोगों को बधाई देता हूं, जिनके परिश्रम की बदौलत यह पंचायत ओडीएफ घोषित हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान के साथ-साथ लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के जरिए तेजी से पूरे बिहार में शौचालय निर्माण का काम हो रहा है।

उन्होंने कहा कि 50 के दशक में ही डॉ0 राम मनोहर लोहिया ऐसे पहले राजनेता और चिंतक थे, जिन्होंने शौचालय निर्माण को लेकर आवाज बुलंद की थी। डॉ0 राम मनोहर लोहिया ने स्वच्छता, पर्यावरण के साथ ही महिलाओं के कष्ट को भी समझा।सौ साल पहले बापू चंपारण आए थे और उन्होंने नीलहों के अत्याचार से वहां के किसानों को मुक्ति दिलाई थी। साथ ही चंपारणवासियों को स्वच्छता, शिक्षा एवं स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया।

तीसरे कृषि रोड मैप की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि एक लाख 54 हजार करोड़ रुपए का निवेश करके किसानों की आमदनी बढ़ाने का हमने लक्ष्य निर्धारित किया है। उन्होंने कहा कि जिनके पास खेत है सिर्फ वही किसान नहीं हैं बल्कि वे सभी किसान हैं जो खेतों में काम करते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हर घर बिजली कनेक्शन की उपलब्धता, हर घर शौचालय निर्माण, हर घर पक्की गली-नाली का निर्माण, हर घर स्वच्छ नल का जल अगर यह सभी बुनियादी सुविधाएं लोगों तक पहुंच जाए तो फिर शहर में जाने का सपना लोग नहीं देखेंगे।उन्होंने कहा कि यहां की निवासी फुलकुमारी ने अपना मंगलसूत्र बेचकर शौचालय का निर्माण कराया था, यह कोई साधारण बात नहीं है, जिसकी खबर हमें समाचार पत्र के माध्यम से मिली थी। आज उनसे मिलकर काफी प्रसन्नता हुई है।

उन्होंने कहा कि बाल विवाह और दहेज प्रथा उन्मूलन को लेकर कानून बना हुआ है फिर भी ये दोनों कुरीतियां समाज में आज भी व्याप्त हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत सरकार के गृह मंत्रालय की अपराध के आंकड़ों को अगर देखें तो बिहार 22वें स्थान पर है, जबकि दहेज हत्या और दहेज उत्पीड़न के मामले में बिहार दूसरे नंबर पर है, जो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि दहेज हत्या और दहेज उत्पीड़न से अगर बिहार को छुटकारा मिल जाए तो बिहार एक आदर्श राज्य बन जाएगा और अपराध की घटनाएं भी काफी कम होंगी। बापू के जन्मदिवस के मौके पर 2 अक्टूबर को बाल विवाह और दहेज प्रथा इन दोनों ही कुरीतियों के खिलाफ सशक्त अभियान की शुरुआत हुई। मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज सुधार का काम और विकास का काम दोनों मिलकर समाज बदल देगा और बिहार अपने पुराने गौरव को हासिल करने में दोबारा कामयाब होगा।

जनसभा को कृषि मंत्री सह रोहतास जिले के प्रभारी मंत्री डॉ0 प्रेम कुमार, मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह ने भी संबोधित किया।इस अवसर पर विधायक वशिष्ठ सिंह, पूर्व विधायक राजेश्वर राज, पूर्व सांसद महाबली सिंह, पुलिस महानिदेशक  पीके ठाकुर, मुख्यमंत्री के सचिव अतीश चंद्रा, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी  गोपाल सिंह, जिलाधिकारी रोहतास, पुलिस अधीक्षक रोहतास सहित अन्य वरीय अधिकारी, गणमान्य व्यक्ति तथा बड़ी संख्या में आमलोग उपस्थित थे।

 

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