संवाददाता.पटना.मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को मुंगेर संग्रहालय स्थित सभाकक्ष में मुंगेर, लखीसराय, बेगूसराय, जमुई, शेखपुरा एवं खगड़िया जिले के विकास कार्यों की समीक्षा की। बैठक में मुख्य रुप से अब तक की उपलब्धियों एवं विकास कार्यों को पूरा करने में आ रही समसयाओं पर चर्चा हुई। बैठक में सात निश्चय योजनान्तर्गत चल रहे युवाओं के लिए कार्यक्रम स्टुडेंट क्रेडिट कार्ड योजना पर विशेष रुप से चर्चा की गई।
सात निश्चय एवं अन्य विकासात्मक योजनाओं के तहत जिलों में चल रहे कार्यों की समीक्षा को लेकर यह प्रमंडलीय समीक्षात्मक बैठक थी।प्रत्येक प्रखंड में कौशल विकास केंद्र की स्थिति, स्वयं सहायता भत्ता पाने वाले युवाओं में रोजगार प्राप्ति की स्थिति एवं केंद्र पर लड़कियों की उपस्थिति पर चर्चा हुई।इसके अलावे हर घर बिजली का कनेक्शन, हर घर तक पक्की गली-नाली, हर घर नल का जल, शौचालय निर्माण की बिंदुवार समीक्षा की गई।
इसमें संबंधित विभाग के प्रधान सचिव/सचिव और जिलाधिकारियों ने स्थितियों से विकास योजनाओं के संबंध में प्राप्त उपलब्धियों एवं लक्ष्य को मुख्यमंत्री के समक्ष रखा।इसके साथ-साथ लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम एवं लोक सेवा का अधिकार कानून के तहत प्राप्त आवेदनों के निष्पादन की पूरी वस्तुस्थिति से सामान्य प्रशासन विभाग के प्रधान सचिव आमिर सुबहानी ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने लोक सेवा का अधिकार कानून के तहत आचरण प्रमाण-पत्र, जाति प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र के समय सीमा के अंदर प्रदान कराने का निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिलाधिकारी माइक्रोलेवेल पर इसकी निगरानी करें। लोक सेवा का अधिकार कानून के तहत अपीलों की क्या स्थिति है, किन चीजों में अपील ज्यादा हो रही है, इस पर भी ध्यान देने की जरुरत है।बैठक में धान अधिप्राप्ति के संबंध में चर्चा की गई। यह जानकारी दी गई कि अभी तक पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष 5 गुणा अधिक खरीद हुई है।
भीम बांध पर चर्चा के क्रम में मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि भीम बांध में जो गर्म पानी पहाड़ से आता है, उसको संग्रह एवं चैनलाइज करना है। पुराने पौंड के स्ट्रक्चर को रि-मॉडलिंग किया जाना है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि स्थल पर योजना का कार्यान्वयन जल्द शुरू करें। उन्होंने कहा कि पहाड़ से निकल रहे पानी का तापमान कम करके नहाने लायक बनाना है। उन्होंने कहा कि निकल रहे पानी का उपयोग सिंचाई के लिये भी किया जायेगा।
बैठक में क्षेत्र के विधायकों, विधान पार्षदों, मुंगेर नगर निगम की मेयर, मुंगेर जिला परिषद अध्यक्ष द्वारा शिक्षा, स्वास्थ्य, भूमि संबंधी, सड़क निर्माण, पुल-पुलियों का निर्माण, सिंचाई, कृषि जैसी अन्य कई क्षेत्रों से जुड़ी समस्याएं और शिकायतें मुख्यमंत्री के समक्ष रखी गई। समस्याओं के समाधान के लिए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया।
समीक्षा बैठक में जल संसाधन तथा योजना एवं विकास मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, ग्रामीण कार्य मंत्री शैलेश कुमार, पंचायती राज मंत्री कपिलदेव कामत, श्रम संसाधन मंत्री विजय कुमार सिन्हा, समाज कल्याण मंत्री कुमारी मंजू वर्मा, मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, पुलिस महानिदेशक पीके ठाकुर, प्रधान सचिव गृह आमिर सुबहानी, मुख्यमंत्री के सचिव अतीश चन्द्रा, संबंधित विभागों के प्रधान सचिव/ सचिव, मुंगेर प्रमंडल के आयुक्त, पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस उप महानिरीक्षक, मुंगेर प्रमण्डल के सभी जिलों के जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक उपस्थित थे, जबकि समीक्षा बैठक में विडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से विकास आयुक्त शिशिर सिन्हा, प्रधान सचिव मंत्रिमण्डल समन्वय ब्रजेश मेहरोत्रा सहित अन्य वरीय अधिकारी जुड़े हुये थे।