संवाददाता.पटना.मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि न्याय के साथ विकास हमारा संकल्प है और बिहार में सड़क, पुल-पुलिया, बिजली जैसे अनेक क्षेत्रों में काम हुआ है लेकिन जब तक बाल विवाह और दहेज प्रथा जैसी कुरीतियों को समाज से खत्म नहीं किया जाएगा, तब तक इन विकास कार्यों का पूरा लाभ लोगों को नहीं मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सात निश्चय योजना के तहत हमने कोई काम नहीं छोड़ा है, चाहे वह हर घर नल का जल हो, हर घर बिजली आपूर्ति, हर घर शौचालय निर्माण, नाली-गली पक्कीकरण सहित जो बुनियादी सुविधाएं हैं, वह लोगों तक पहुंचाने की कोशिश इस योजना के तहत की गई है। उन्होंने कहा कि अगर लोगों को पीने का स्वच्छ पानी और खुले में शौच से मुक्ति मिल जाए तो 90 प्रतिशत बीमारियों से उन्हें छुटकारा मिलेगा।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी समीक्षा यात्रा के क्रम में दूसरे चरण में जमुई की जनसभा को संबोधित कर रहे थे.गुरूवार को मुख्यमंत्री ने यात्रा के दूसरे चरण के पहले दिन जमुई जिले के लक्ष्मीपुर प्रखंड स्थित काला ग्राम का भ्रमण कर सात निश्चय एवं अन्य सरकारी योजनाओं के तहत चल रहे विकासात्मक कार्यों का जायजा लिया। मुख्यमंत्री काला ग्राम स्थित राम जानकी मंदिर प्रांगण में पहुँचें, जहाँ मुख्यमंत्री पेयजल निश्चय योजना के तहत निर्मित 10.805 लाख रुपये की लागत से 5,000 लीटर क्षमता वाले विद्युत चालित मिनी पाइप जलापूर्ति योजना का रिबन काटकर और शिलापट्ट का अनावरण कर उद्घाटन किया और मंदिर प्रांगण में ही वृक्षारोपण किया।
इसके बाद गांव भ्रमण के क्रम में ग्रामवासी माटो मांझी, मनोज भुईया, जीविका दीदी सोमा देवी सहित अन्य लोगों के दरवाजे पर जाकर सात निश्चय की योजनाओं के तहत हर घर नल का जल, शौचालय निर्माण, बिजली कनेक्शन, नाली-गली पक्कीकरण जैसी अन्य मिलने वाली सुविधाओं एवं सरकारी योजनाओं के माध्यम से जारी विकासात्मक कार्यों की जानकारी ली। काला गाँव के बाहर विभिन्न स्कूलों के स्कूली बच्चों ने सड़क किनारे श्रृंखला बनाकर बाल विवाह और दहेज प्रथा के खिलाफ मुख्यमंत्री द्वारा छेड़े गए सशक्त अभियान का हाथों में बैनर और तख्ती लेकर समर्थन किया।
गाँव भ्रमण के बाद मुख्यमंत्री जनसभा स्थल पहुँचें, जहाँ उनका जोरदार स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री ने रिमोट के माध्यम से 495 करोड़ रूपये की 645 योजनाओं का उद्घाटन/शिलान्यास किया, जिनमें 520 योजनाओं का उद्घाटन जिसकी कुल लागत राशि 248 करोड़ रूपये है तथा 323 योजनाओं का शिलान्यास किया जिसकी कुल लागत राशि 247 करोड़ है। इस अवसर पर जमुई जिले के विकासात्मक कार्यों एवं स्वच्छता से संबंधित पुस्तिका का विमोचन भी मुख्यमंत्री ने किया।
जनसभा में मुख्यमंत्री ने कहा कि 2018 तक हर घर तक बिजली पहुंच जाएगी। उन्होंने कहा कि तीसरे कृषि रोड मैप पर भी काम जोर-शोर से जारी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार के किसी भी कोने से पटना पहुंचने के लिए पहले 6 घंटे का लक्ष्य निर्धारित किया गया था, जिसे प्राप्त कर लेने के बाद अब उस लक्ष्य को घटाकर 5 घंटे कर दिया गया है। अब बिहार के सुदूरवर्ती इलाके से लोग 5 घंटे में पटना पहुंच सके, इसके लिए बड़े पैमाने पर पुल पुलिया और सड़क निर्माण कार्य जारी है। उन्होंने कहा कि हर गांव और टोला को पक्की सड़क से जोड़ने की योजना है और टोलों को जोड़ने के लिए टोला संपर्क निश्चय योजना की शुरुआत की गई है ताकि सभी टोलों को पक्की सड़कों से जोड़ा जा सके। मुख्यमंत्री ने दोहराया कि समाज सुधार के बिना विकास संभव नहीं है।
जनसभा को गन्ना उद्योग मंत्री सह जमुई जिले के प्रभारी मंत्री खुर्शीद उर्फ फिरोज अहमद, झाझा विधायक रविन्द्र यादव, मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, पुलिस महानिदेषक पीके ठाकुर ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर पूर्व मंत्री दामोदर राउत, पूर्व विधायक अजय प्रकाश, जदयू नेता प्रगति मेहता, जदयू जिलाध्यक्ष शिवशंकर सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष भाष्कर सिंह, प्रधान सचिव ऊर्जा प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के सचिव अतीष चन्द्रा, सचिव ग्रामीण विकास अरविंद चौधरी, सचिव ग्रामीण कार्य एवं लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विनय कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव मनीष कुमार वर्मा सहित स्थानीय सभी अधिकारी उपस्थित थे.