हिमांशु शेखर.रांची.झारखंड के चतरा जिले के इटखोरी इलाके में राज्य सरकार दो सौ करोड़ रुपये की लागत से दुनिया का सबसे ऊंचा बौद्ध प्रेयर व्हील बनायेगी। इसके साथ ही इटखोरी में पांच सौ रुपये करोड़ की लागत से तीन धर्मों के संगम स्थल माँ भद्रकाली मंदिर परिसर का होगा समेकित विकास सरकार करेगी।
इसकी घोषणा करते हुए मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि सरकार सांस्कृतिक व इको टूरिज्म को बढ़ावा देकर राज्य के पर्यटन स्थलों को विश्वस्तरीय पर्यटन स्थल बनायेगी। मुख्यमंत्री इटखोरी के डाकबंगला में आयोजित इटखोरी पर्यटन विकास मास्टर प्लान की समीक्षा बैठक के बाद मीडिया को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा, इस क्षेत्र का पूरा मास्टर प्लान तैयार किया गया है। इटखोरी में विश्व का सबसे ऊँचा (30 मीटर) बौद्ध प्रेयर व्हील का निर्माण किया जायेगा। अभी चीन के क्वीनघाई में 26 मीटर ऊँचा प्रेयर व्हील है, साथ ही भद्रकाली घाट व बुद्ध घाट दो रिवर फ्रंट भी बनाये जाएंगे। उन्होने कहा कि बोधगया, कालेश्वरी व इटखोरी एक सर्किट का निर्माण किया जाएगा।यहां दो-तीन माह के अन्दर कार्य शुरू हो जाएगा। इस संबंध में एजेन्सी को डीपीआर बनाने का निर्देश दिया गया है। कालेश्वरी पहाड़ पर 24 करोड़ की लागत से 1.6 किलोमीटर का रोपवे बनाया जाएगा।
उन्होने कहा – बरसात के पानी को बर्बाद होने से रोकने के लिए सरकार ने नदियों के गाद की साफ-सफाई की योजना बनाई है इसमें सभी राजनीतिक दल, सामाजिक संस्थाएँ, आम लोगों के सहयोग से अप्रैल और मई में नदियों की सफाई हेतु जन आंदोलन किया जाएगा। इससे पूरे क्षेत्र का परिदृश्य बदल जाएगा।