संवाददाता.गुमला.गुमला में नेतरहाट फिल्ड फायरिंग रेंज व बाघ संरक्षण परियोजना की झारखंड सरकार की परियोजना पर सियासी रंग चढ़ने लगा है।सरकार को घेरने के लिए विपक्षी पार्टियों की सियासत तेज हो गयी है।
कांग्रेस से लेकर जेएमएम और झाविमो इस मुद्दे पर एक दिख रहे है। गुमला समाहरणालय के बाहर सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री और झाविमो के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, विधायक और कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत और जेएमएम के पूर्व विधायक भूषण तिर्की एक साथ मंच पर दिखे।दूसरी ओर गुमला परिसदन में सीपीएम पोलित ब्यूरो की सदस्य वृंदा करात ने भी सभी विपक्षी पार्टियों को झारखंड सरकार की नीति के खिलाफ साथ आने का आह्वान किया है।
बहरहाल,बाबूलाल मरांडी ने कहा कि आजादी के बाद से लगातार विकास के नाम पर आदिवासियों को उजाड़ा गया है।विकास का फायदा आदिवासियों को नहीं मिला। आदिवासियों की संख्या घट रही है। उन्होंने कहा कि वह अब किसी भी हालत में आदिवासियों को उनकी जमीन विस्थापित नहीं होने देंगे।
कांग्रेस नेता और विधायक सुखदेव भगत ने कहा कि सरकार ने शुरू से ही आदिवासियों को उनके जमीन से विस्थापित करने का काम किया है। लेकिन अब तो जानवर संरक्षण के नाम पर आदिवासियों को उजाड़ने की साजिश हो रही है। जेएमएम के पूर्व विधायक भूषण तिर्की ने कहा- आदिवासी की परेशानी को अब हम बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं।