इशान दत्त.पटना.बिहार के मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के पुत्र की शादी में भव्यता के साथ सादगी दिखी.भव्यता इसलिए कि इस शादी में तीन राज्यपाल,तीन मुख्यमंत्रियों,कई केन्द्रीय मंत्रियों सहित कई प्रमुख नेताओं ने शामिल होकर वर-वधु को आशीर्वाद दिया.तो सादगी ऐसी कि भोज के नाम पर सभी को महावीर मंदिर का प्रसाद मिला.
इतना ही नहीं बल्कि वेटनरी कॉलेज के मैदान में आयोजित इस शादी समारोह के माध्यम से दहेज विरोधी अभियान एवं देह दान का संदेश दिया गया.समारोह स्थल पर दो स्टॉल बने थे.एक पर दहेज का लेन-देन नहीं करने का शपथ भरवाया जा रहा था तो दूसरे पर दधीची देह दान समिति का स्टॉल था जहां स्वेच्छा से अपने किसी अंग का दान का फॉर्म भरवाया जा रहा था.समारोह स्थल पर जगह जगह इसकी प्रेरणा देने वाले पोस्टर बैनर लगे थे.
वर-वधू को आशीर्वाद देने बिहार,गोवा और मिजोरम के राज्यपाल क्रमश: सत्यपाल मलिक,मृदुला सिंहा और गंगा प्रसाद,मुख्यमंत्रियों में बिहार के नीतीश कुमार,झारखंड के रघुवर दास,हरियाणा के मनोहर लाल खट्टर ,उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य,राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद,केन्द्रीय मंत्रियों में अरूण जेटली,रविशंकर प्रसाद,रामविलास पासवान,अनंत कुमार,राधामोहन सिंह,धर्मेन्द्र प्रधान,डा हर्ष बर्द्धन,गिरिराज सिंह,पूर्व मुख्यमंत्री डा जगन्नाथ मिश्रा व जीतनराम मांझी के अलावा राजीव प्रताप रूढी,शाहनवाज हुसैन,चिराग पासवान,के सी त्यागी,सी पी ठाकुर,पप्पू यादव आदि ढेर सारे वीआईपी पहुंचे.
मंच पर मंत्रोच्चारण के साथ वैवाहिक कार्यक्रम चल रहे थे और आगंतुकों के बीच महावीर मंदिर का प्रसाद वितरण चल रहा था.न बैंड,न बाजा,न भोज,लेकिन बड़ा शादी समारोह.उपमुख्यमंत्री ने पुत्र की शादी के लिए भेजे गए आंमत्रण पत्र में बिना दहेज शादी की घोषणा तो की ही थी साथ ही किसी प्रकार का उपहार नहीं लाने का आग्रह भी किया था.