संवाददाता.पटना.राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) बिहार की बदहाल शिक्षा व्यवस्था के लिए दूसरे चरण का अभियान शुरू करेगी. रालोसपा ने शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए बिहार में अभियान छेड़ रखा है और इसी सिलसिले में पार्टी ने पिछले महीने गांधी मैदान में शिक्षा सुधार संकल्प महासम्मेलन का आयोजन कर पहले चरण के अभियान को पूरा किया था. पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व प्रवक्ता फजल इमाम मल्लिक ने यह जानकारी दी.
मल्लिक ने बताया कि रविवार को पार्टी कार्यालय में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में यह फैसला लिया गया. बैठक की अध्यक्षता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने किया. बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष व पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि, उपाध्यक्ष शंकर झा आजाद, दशई चौधरी, भगवान सिंह कुशवाहा, प्रधान महासचिव राम बिहारी सिंह, संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष व सांसद रामकुमार शर्मा, विधायक सुधांशु शेखर, महासचिव मालती कुशवाहा, नचिकेता मंडल, अरुण कुशवाहा, अंगद कुशवाहा, राकेश कुमार सिंह, जगन्नाथ गुप्ता, प्रदीप मिश्रा, प्रदेश अध्यक्ष भूदेव चौधरी सहित दूसरे पदाधिकारी मौजूद थे. पार्टी प्रवक्ता मल्लिक के मुताबिक कुशवाहा ने महासम्मेलन की सफलता पर पार्टी नेताओं को बधाई दी और कहा कि शिक्षा सियासी नहीं सामाजिक मुद्दा है. हमारे महासम्मेलन का संदेश बहुत दूर तक गया है और लोगों ने हमारी मुहिम को सराहा है.
उन्होने कहा कि लोग शिक्षा की बदहाल स्थिति को लेकर चिंतित हैं और चाहते हैं कि बिहार की शिक्षा व्यवस्था में सुधार हो. रालोसपा ने शिक्षा में सुधार के लिए सरकार के सामने पच्ची सूत्री मांग रखी है.मल्लिक ने बताया कि बैठक में आम राय से तय पाया कि शिक्षा में सुधार को लेकर गांधी मैदान में जो संकल्प पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं ने लिया था, उसे बिहार के गांव-गांव तक पहुंचाया जाए और लोगों में अलख जगाया जाए. शिक्षा सुधार अभियान के दूसरे चरण में पूरे बिहार के सभी प्राथमिक व माध्यमिक स्कूलों का पार्टी जायजा लेगी और अभिभावकों, छात्रों व शिक्षकों से मिल कर सुधार की दिशा में कदम उठाने के लिए सुझाव मांगेगी. पार्टी स्कूलों में उस संकल्प को दोहराएगी जो गांधी मैदान में लिया गया था. मल्लिक ने कहा कि नियोजित शिक्षकों के समान वेतन के पक्ष में पार्टी है लेकिन पार्टी अपनी मांग पर कायम है कि शिक्षकों का पुनर्मूल्यांकन हो और उन शिक्षकों को दूसरी जगह समायोजित किया जाए, जो पढ़ाने में सक्षम नहीं हैं. मल्लिक ने बताया कि दूसरे चरण की रूपरेखा जल्द ही बना कर प्रदेश में पार्टी अपने अभियान की शुरुआत करेगी.