अभिजीत पाण्डेय. पटना.महागठबंधन के अटूट होने के चाहे जितने भी दावे किए जा रहे हों लेकिन जदयू के वरिष्ठ नेताओं के बयान बता रहे हैं कि गठबंधन में सबकुछ ठीक नहीं है.रविवार को जदयू नेता शरद यादव ने नीतीश कुमार व लालू प्रसाद यादव से महागठबंधन को टूटने से बचाने की बात कही तो उधर जदयू के राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि महागठबंधन धर्मसंकट में है.
मिली जानकारी के अनुसार शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व शरद यादव के बीच बंद कमरे में लंबी बातचीत हुई. बताया जाता है कि इस मुलाकात में सियासी हलचल तथा महागठबंधन में टूट की खबरों पर चर्चा हुई.इसके अगले दिन रविवार को शरद यादव ने ये बयान दिया.शरद ने कहा कि महागठबंधन को और मजबूत कर इसे राष्ट्रीय स्तर तक ले जाने की जरूरत है, न कि इसे तोड़ने की. उन्होंने कहा कि जनता ने जो मैन्डेट दिया है, उसका पालन होना चाहिये.
उधर, जदयू के राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि भ्रष्टाचार को लेकर ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति से कोई समझौता नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहले भी अपने तीन मंत्रियों से इस्तीफा ले चुके हैं. उन्होंने कहा कि महागठबंधन के तीनों दलों के नेताओं को मिलकर अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए.
उल्लेखनीय है कि नीतीश कुमार की दिल्ली यात्रा और राहुल गांधी व शरद यादव से मुलाकात के बाद जदयू के इन वरिष्ठ नेताओं के दोटूक बयान सामने आए हैं.यह माना जा रहा है कि नीतीश कुमार विधानसभा के मॉनसून सत्र के पहले किसी नतीजे पर आना चाहते हैं.अन्यथा विपक्ष के हमले का कोई जवाब दे पाना भी मुश्किल हो जाएगा.