सुधीर मधुकर.पटना.अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), पटना में फिजियोथेरेपी की पहली सीएमई एवं कार्यशाला ”एम्स फिजियोकॉन-2017” का आयोजन शनिवार को एम्स परिसर में किया गया। इस दौरान शरीर के विभिन्न रोगों से निपटने में फिजियोथेरेपी की भूमिका पर विस्तृत चर्चा की गई। कार्यक्रम का उद्घाटन एम्स पटना के निदेशक और मुख्य अतिथि प्रोफेसर डा.प्रभात कुमार सिंह और सीसीडीआर, इंदौरा के निदेशक एवं विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर संजीव झा ने संयुक्त रूप से किया।
कार्यक्रम का आयोजन एम्स की फिजियोथेरेपिस्ट एवं फिजियोकान की आयोजन सचिव फिजियोथेरेपिस्ट रीना श्रीवास्तव ने किया। उन्होंने बताया कि फिजियोथेरेपी की जरूरत गाइनेकोलाजी, न्यूरोलाजी, हड्डी रोगियों, दमा के मरीजों को भी होती है। इसके अतिरिक्त सर्जरी के पहले और बाद में भी मरीजों को फिजियोथेरेपी की आवश्यकता होती है। उन्होंने कहा कि फिजियोथेरेपी के बारे में लोग जानते तो हैं, लेकिन इसको लेकर और जागरूकता की जरूरत है। इस दौरान डा.संजीव झा ने फिजियोथेरेपी में इस्तेमाल होने वाली आम एवं महत्वपूर्ण तकनीकों के बारे में बताया। साथ ही फिजियोथेरेपी में नवीनतम तकनीकों (थेरेप्यूटिक टेपिंग) के बारे में भी विस्तार से चर्चा की। डा. प्रभात रंजन (न्यूरोलाजी विभाग, एम्स दिल्ली के फिजियोथेरेपिस्ट) ने फिजियोथेरेपी की पृष्ठभूमि और अब तक की यात्रा के बारे में बताया। वहीं डा.सेंथिल पी कुमार (शारदा यूनिवर्सिटी के फिजियोथेरेपी विभागाध्यक्ष) ने होलिस्टिक हेल्थ में फिजियोथेरेपी के भविष्य पर चर्चा की।
एम्स के हड्डी रोग विभागाध्यक्ष डा.अनूप कुमार और डा.सुदीप कुमार ने घुटना व कूल्हा प्रत्यारोपण के पहले और बाद में फिजियोथेरेपी की भूमिका को अहम बताया। वहीं एम्स की रेडियोथेरेपी विभागाध्यक्ष डा.प्रीतांजलि सिंह ने कैंसर मरीजों में फिजियोथेरेपी की उपयोगिता के बारे में बताया। न्यूरोलाजी के डा.गुंजन कुमार ने कहा कि न्यूरोलाजी के मरीजों में बेहतर परिणाम के लिए फिजियोथेरेपी जरूरी है।
इस दौरान लकवा के मरीजों में न्यूरो डेवलपमेंटल तकनीक और मैनीपुलेटिव थेरेपी फॉर नेक पेन विषय पर कार्यशाला का आयोजन भी किया गया। जिसमें क्रमश डा.प्रभात रंजन और डा.सेंथिल पी कुमार रिसोर्स पर्सन रहे। कार्यक्रम में एम्स के चिकित्सकों में डा.हेमाली एच सिन्हा, डा.बिन्दे कुमार, डा.सीएम सिंह, डा.संजीव कुमार, डा.लोकेश तिवारी और डा.वीना सिंह ने बतौर चेयरपर्सन हिस्सा लिया। इस दौरान डीन डा.पीपी गुप्ता, चिकित्साधीक्षक डा.उमेश कुमार भदानी और फिजियोकान के आयोजन अध्यक्ष डा.रामजी सिंह, डा.साधना शर्मा, केके शर्मा डा.योगेश कुमार समेत अन्य चिकित्सक मौजूद थे। साथ ही एम्स की फिजियोथेरेपिस्ट मीनाक्षी, राजेश कुमार ठाकुर, वेद विकास, पारितोष कुमार, विवेक कुमार सिन्हा, ऋषभ कुमार ने भी हिस्सा लिया। इसके अतिरिक्त विशिष्ट अतिथियों में डा.एनके सिन्हा और डा. विनय पांडेय मौजूद रहे। कार्यशाला में दो सौ से अधिक फिजियोथेरेपिस्ट एवं चिकित्सकों ने हिस्सा लिया, जो बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल से आए थे।