हिमांशु शेखर.रांची.झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि नीति आयोग की टीम राज्य में पहुंच कर राज्य की कठिनाइयों और प्राथमिकताओं का अवलोकन कर रही है, दृष्टिकोण में यह बदलाव महत्वपूर्ण है- जबकि पूर्व में योजना आयोग दिल्ली में बैठकर राज्य के वित्त का विश्लेषण करता था।
मुख्यमंत्री शुक्रवार को डा वीके सारस्वत के साथ नीति आयोग के दल एवं राज्य के मुख्य सचिव, विकास आयुक्त सहित राज्य के आला अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे।मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 70 साल में झारखण्ड का विकास उपेक्षित सा रहा। पिछले ढाई वर्षों की स्थिर सरकार ने विकास के क्षेत्र में नई उंचाइयों को स्पर्श किया है।
मुख्य सचिव राजबाला वर्मा ने कहा कि सुगम्य व्यापार (ईज ऑफ डूईंग बिजनेस) की दृष्टि से झारखण्ड 96.5 प्रतिशत स्कोर के साथ अव्वल राज्यों की श्रेणी में खड़ा है। महिला सशक्तीकरण, स्वास्थ्य, शिक्षा, कल्याण आदि क्षेत्र में विशेष जोर है। नीति, निवेश एवं कार्यान्वयन में राज्य के पास अच्छी नीति है।
नीति आयोग के सदस्य डा बीके सारस्वत ने समीक्षा करते हुए झारखण्ड को उदीयमान भारत के सबसे सशक्त चेहरों में से एक होने पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि हर क्षेत्र में झारखण्ड ने अपनी विश्वसनीय शुरूआत की है। झारखंड के अपर मुख्य सचिव सह विकास आयुक्त अमित खरे ने बताया कि राज्य में पिछले दो वित्तीय वर्षों में बजट व्यय 94.44 तथा 97.36 प्रतिशत रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य की वित्तीय स्थिति पूर्णतः मजबूत और नियंत्रण में है तथा राज्य के पास एक स्टेट डेवलपमेंट काउंसिल है जो विकास के लिए समर्पित है।