एनडीए ने बढाया कुनबा,पर नहीं बना नया रिकार्ड

882
0
SHARE

20228823_1601191649915236_7273844713746180380_n

अभिजीत पाण्डेय.पटना.भारत के 14 वें राष्ट्रपति के हुए चुनाव मे एनडीए ने अपने घटक दलों के एकजुटता के साथ नीतीश और अन्य दलों के समर्थन के बाद भी प्रणब मुखर्जी के प्राप्त मत प्रतिशत को तोड़ नही पा सका।
देश के प्रथम नागरिक के लिये हुए पिछले पाँच चुनाव मे जहाँ 2007 मे प्रतिभा सिंह पाटिल को 65%मत हासिल हुए थे, वहीं 2002 मे  डॉक्टर ए.पी.जे. अब्दुल कलाम ने 89% वोट प्राप्त किए थे।
14 वें राष्ट्रपति चुनाव में रामनाथ कोविंद की 702044 मत और विपक्ष की उम्मीदवार मीरा कुमार को 367314 मत हासिल हुए हैं। रामनाथ कोविंद ने मीरा कुमार को 3.34 मतों से हराया है।इस चुनाव मे रामनाथ कोविंद को लगभग 66% वोट मिले।
जबकि 2012 के चुनाव में प्रणब मुखर्जी को 7,13,763 यानि करीब 69% वोट मिले थे,वहीं  पीए संगमा को 3.15 लाख यानि करीब 31% वोट मिले। इसी तरह 2007 के चुनाव में प्रतिभा पाटिल को 6,38,116 यानि करीब 65% वोट मिले, भैरोसिंह शेखावत को 3,31,306 यानि करीब 35% वोट मिले।
2002 के चुनाव में एपीजे अब्दुल कलाम को 9,22, 884 यानि करीब 89% वोट मिले, जबकि लक्ष्मी सहगल को 1,07,366 यानि 11% वोट मिले थे।
इसी तरह 1997 के चुनाव में के आर नारायणन को 9.56 लाख यानि करीब 95% वोट मिले, जबकि टीएन शेषन को करीब 50, 631 यानि सिर्फ 5% वोट मिले।
साल 1992 के चुनाव में शंकर दयाल शर्मा को 6.75 लाख यानि 66% वोट मिले, जबकि जीजी स्वेल को 3.46 लाख, करीब 34% वोट मिले।

LEAVE A REPLY