संवाददाता.पटना.सीबीआई द्वारा एफआईआर दर्ज करने के बाद इस्तीफे का दबाव झेल रहे डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने इस्तीफे से साफ इंकार करते हुए कहा कि बीजेपी के लोग लालू प्रसाद के बाद अब 27 साल के नौजवान से भी डर रहे हैं.
बुधवार को कैबिनेट की बैठक के बाद तेजस्वी ने कहा कि ये सिर्फ बीजेपी, अमित शाह और पीएम की राजनीतिक साजिश है.उन्होंने कहा कि मेरे किसी भी विभाग में कोई करप्शन नहीं है.उन्होंने कहा कि पहले दिन से ही हमारी नीति रही है कि करप्शन न हो.जिस दिन मैंने ऑफिस ज्वाइन किया उसी दिन कहा कि जीरो टॉलरेंस की नीति रहेगी.
डिप्टी सीएम के रहते कार्यकाल देखें.कोई उंगली नहीं उठा सकता.कोई गलत काम किया है.उन्होंने कहा कि मैंने सबके लिये काम किया, धर्म जाति देखे बगैर किया काम.पथ निर्माण मंत्री रहते सबसे ज्यादा सड़क बनवाया..कम उम्र में जो काम किया वो मिसाल है.लालू प्रसाद के बाद अब 28 साल के तेजस्वी से डर रहे हैं..लालूजी और हमारे साथ पूरे बिहार को बदनाम कर रहे.
सीबीआई के एफआईआर पर उन्होंने कहा-14 साल में मैं गलत काम करूंगा,डिप्टी सीएम बना तो कुछ नहीं किया तो बगैर मूंछ आये क्या करूंगा…जनता के बीच जाउंगा.
तेजस्वी के बयान के बाद जदयू ने राजद नेतृत्व को सलाह दी कि महागठबंधन बचाने के लिए तेजस्वी पर जल्द निर्णय ले.महागठबंधन में रस्साकसी के बीच जदयू के प्रवक्ता अजय आलोक ने कहा कि डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर आरोप नहीं बल्कि एफआईआर दर्ज किया गया है.आरजेडी महागठबंधन को बचाने के लिए तेजस्वी पर जल्द निर्णय ले.
उधर, जदयू के प्रवक्ता संजय सिंह ने बुधवार को कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर शक नहीं किया जा सकता है.चांद में दाग हो सकता है लेकिन नीतीश में नहीं.जदयू प्रवक्ता ने साफ कहा कि नीतीश कुमार कभी भी सिद्धांतों से समझौता न किया है और ना करेंगे. वो कभी गलत फैसला नहीं ले सकते हैं.जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव श्याम रजक ने कहा कि नीतीश कुमार नीति और सिद्धांत पर चलने वाले नेता है.उससे पीछे हटने का सवाल ही नहीं है.कौन क्या बोलता है इससे कोई मतलब नही हैं.