हिमांशु शेखर.रांची.साइबर अपराध के लिए झारखंड के कुछ जिले देशभर में कुख्यात हो चुके है। जामताड़ा जिले में तो बीते दिन गुजरात पुलिस भी साइबर अपराधियों को दबोचने के लिए पहुंची हुई थी। लेकिन पुलिस के पहुंचने की भनक लगते ही साइबर अपराधी भाग खड़े हुए।
इससे पहले भी कई राज्यों की पुलिस वहां छानबीन के लिए पहुंच चुकी है। राजस्थान पुलिस भी एक साइबर अपराधी को पकड़ने के लिए सारठ आयी हुई है। अब हम झारखंड के एक ऐसे जिले की बात कर रहे हैं, जहां के एक गांव में कई युवा साइबर अपराध की दुनिया में कदम रख चुके हैं। यह गांव साइबर अपराधियों के लिए काफी मुफीद माना जाता है। देवघर का नया खरना गांव का नाम भी साइबर अपराध की दुनिया में चर्चित हो चुका है। बताया जाता है कि इस गांव में कई युवा साइबर अपराधी हैं और समय-समय पर लोगों को गुमराह कर उन्हें आर्थिक तौर पर नुकसान पहुंचाते रहते हैं। पुलिस के निशाने पर यह गांव और यहां के साइबर अपराधी हैं। बीती रात छापेमारी में इस गांव से दो साइबर अपराधी पुलिस की गिरफ्त में आये।
दूसरी ओर राजस्थान के बीकानेर जिला के पांचु थाना की पुलिस साईबर अपराधी की प्रकाश वर्मा की तलाश में रविवार सुबह सारठ पहुंच चुकी है। राजस्थान पुलिस के कांस्टेबल राम स्वरूप व अनिल कुमार कहा कि पांचू थाने में उसके खिलाफ मामला दर्ज है। कृषक भांगू सिंह के बचत खाते से दो लाख चालीस हजार रूपये की ठगी उसने फर्जी बैंक मेनेजर करके की। बैंक मैनेजर बनकर एटीएम का गुप्त पीन नंबर लेकर कुछ घंटे बाद ही भांगू सिंह के खाते से राशि की निकासी व खरीददारी ऑनलाइन कर ली गयी। पुलिस इस अपराधी को गिरफ्तार करने की कोशिश में लगी हुई है।