संवाददाता.पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समक्ष मंगलवार को सहकारिता विभाग ने सब्जियों की मार्केटिंग को बढ़ावा देने के लिये सब्जी उत्पादन सहयोग समिति गठित करने से संबंधित प्रस्तुतीकरण दिया। इसके अन्तर्गत सब्जियों के मार्केटिंग को बढ़ावा देने के लिये प्रखण्ड स्तर पर सहयोग समिति गठित की जायेगी। इसके ऊपर जिला स्तर पर सब्जी उत्पादक संघ एवं राज्य स्तर पर परिसंघ बनाया जायेगा।
प्रखण्ड-जिला स्तर पर जो आधारभूत ढ़ांचा है, उसको विकसित करने के लिये इस सोसायटी को सरकार मदद करेगी।प्रखण्ड स्तर पर सब्जी संग्रहण केन्द्र को शॉटिंग, ग्रेडिंग तथा परिवहन की सुविधायें दी जायेगी। जिला स्तर पर सब्जी प्रसंस्करण, भंडारण एवं पैकेजिंग की सुविधा विकसित की जायेगी। प्रस्तुतीकरण के क्रम में बताया गया कि सब्जी उत्पादन में बिहार देश में तीसरे स्थान पर है। जनसंख्या के अनुपात में सब्जी का उत्पादन बढ़ाना आवश्यक है, इसके मद्देनजर सब्जी उत्पादन को बढ़ावा देने का भी लक्ष्य रखा गया है। इसमें किसानों के प्रशिक्षण इत्यादि की व्यवस्था होगी।
प्रस्तुतीकरण देखने के क्रम में मुख्यमंत्री ने उपस्थित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश एवं मार्गदर्शन दिये। उन्होंने कहा कि प्रखण्ड स्तर पर जो सहयोग समिति गठित होगी, उसमें प्रखण्डों का क्षेत्रफल भी ध्यान में रखना होगा क्योंकि कुछ प्रखण्ड बड़े हैं, ऐसी स्थिति में कहीं-कहीं एक प्रखण्ड में दो सहयोग समिति भी स्थापित करना पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य किसानों को लाभ देना है और कॉम्फेड की तर्ज पर इसका बायलॉज इत्यादि तैयार किया जाय। उन्होंने कहा कि सब्जी ऊपजाने वाले वास्तविक किसान ही सोसायटी के सदस्य बनें, यह सुनिश्चत किया जाय। उन्होंने कहा कि इसकी शुरूआत हरी सब्जियों से करना चाहिये। उन्होंने कहा कि इसमें तकनीकी जरूरतों को देखते हुये कितनी जमीन की आवश्यकता होगी, इन सबका आकलन कर लिया जाय। उन्होंने कहा कि सहयोग समितियों को पूर्ण स्वायतता दी जाय। सरकार प्रमोट करेगी और इस मामले में सहयोग करेगी।
बैठक में सहकारिता मंत्री आलोक कुमार मेहता, मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, विकास आयुक्त शिशिर सिन्हा, प्रधान सचिव सहकारिता अमृत लाल मीणा, प्रधान सचिव वित रवि मितल, प्रधान सचिव कृषि सुधीर कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अतीष चन्द्रा, मुख्यमंत्री के सचिव मनीष कुमार वर्मा सहित सहकारिता के वरीय पदाधिकारी उपस्थित थे।