सुधीर मधुकर.पटना.अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) पटना के एनेस्थीसिया विभाग की ओर से शनिवार को “क्रोनिक लो बैक पेन“ (लम्बे समय तक रहने वाला पीठ के निचले हिस्से का दर्द) पर एक सीएमई का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन संस्थान के निदेशक एवं वरिष्ठ एनेस्थीसिया विशेषज्ञ डॉ.प्रभात कुमार सिंह ने किया। कार्यक्रम का आयोजन संस्थान के निदेशक डॉ. सिंह के निर्देशन में एनेस्थीसिया विभागाध्यक्ष व कार्यक्रम के आयोजन अध्यक्ष डॉ.उमेश कुमार भदानी, आयोजन सचिव डॉ.निशांत सहाय एवं डॉ.चांदनी सिन्हा व विभाग के सीनियर व जूनियर रेजीडेंट्स ने संयुक्त रूप से किया।
पटना एम्स के निदेशक डॉ प्रभात ने कहा की पीठ के दर्द को कभी अनदेखा न करें बल्कि उसे गंभीरता से लेना चाहिए और जल्द से जल्द इसका इलाज किया जाना चाहिए। इस दर्द के निवारण में एनेस्थीसिया विशेषज्ञों की भूमिका अहम है। संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, लखनऊ के प्रोफेसर डॉ.अनिल अग्रवाल ने कहा कि लो बैक पेन के प्रत्येक मामले में एमआरआई कराना जरूरी नहीं है। साधारण जांचें भी काफी हैं। वहीं बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी के डॉ.सराफ ने कहा कि जरूरी नहीं है कि लो बैक पेन के हर मामले में सर्जरी की जरूरत पड़े ही, ज्यादातर मामलों में सिर्फ दवाओं से भी इसे ठीक किया जा सकता है। यहां टेल्को हॉस्पिटल, जमशेदपुर के डॉ. जैडन भी मौजूद रहे। उन्होंने लो बैक पेन से जुड़े जटिल एवं रोचक मामलों पर चर्चा की और उनके निदान एवं प्रबंधन से जुड़ी बारीकियों पर प्रकाश डाला। साथ ही विशेषज्ञों ने पेन क्लीनिक की जरूरत पर भी चर्चा की और बताया कि दर्द के निवारण में एनेस्थीसिया विशेषज्ञों की भूमिका अहम है। इस मौके पर पूरे बिहार के 200 से अधिक एनेस्थीसिया विशेषज्ञ, हड्डी रोग विशेषज्ञ और न्यूरोसर्जन उपस्थित रहे।
यहां आधुनिक एक्स-रे गाइडेड प्रोसीजर पर विस्तृत चर्चा हुई। साथ ही डॉ.अशोक जैडन द्वारा ऑपरेशन थिएटर से बिहार के विभिन्न इलाकों के मरीजों पर सात तरह के पेन मैनेजमेंट इंटरवेंशन किए गए। यहां चिकित्साधीक्षक डॉ.उमेश कुमार भदानी और पीएमआर विभाग के डा.संजय पांडेय ने भी इस विषय के खास पहलुओं पर चर्चा की। साथ ही बताया कि ऐसे कौन से व्यायाम हैं, जिनके जरिए इस दर्द को कम किया जा सकता है। सीएमई के अंत में पेन (दर्द) विषय पर एक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था, जिसमें बिहार के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों के पीजी छात्र और सीनियर रेजीडेंट ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम में एम्स के डीन डॉ पी.पी. गुप्ता, डॉ. प्रेम कुमार, डॉ.बिन्दे कुमार, डॉ.पूनम प्रसाद भदानी, डॉ.रूचि सिन्हा, डॉ.संजीव, डॉ.वीना सिंह, डॉ.प्रशांत और डॉ.सुभाष समेत एम्स के अन्य चिकित्सक मौजूद थे।