सुधीर मधुकर.पटना. फुलवारी शरीफ से होकर गुजर रही नई दिल्ली पटना रेलवे लाइन किनारे झोपड़पट्टी में लगी भीषण आग में 29 से अधिक झोपड़ियाँ जलकर ख़ाक हो गयी |अगलगी में एक महिला और एक पुरुष समेत दो लोग झूलस गये जबकि दो गाय, बछड़ा, एक बकरी भी आग की भेंट चढ़ गये | इस भीषण आगलगी में पचास लाख से अधिक का नुकसान हुआ है |
आग लगते ही मची भगदड़ और लोगों के चीत्कार से पुरे इलाके में कोहराम मच गया | रह रह कर फटे पांच सिलेंडर के धमाके से हालत बेकाबू होता गया और देखते ही देखते दो दर्जन से अधिक परिवारों के अरमान आग में जलकर स्वाहा हो गये | रेलवे लाइन किनारे झाड़ियो के बीच जहाँ झोपड़पट्टी में आग लगी वहां दमकल गाड़ियाँ को काफी मशक्कत के बाद किसी तरह पुलिस ने पहुंचाया तब जाकर आग पर पूरी तरह काबू पाया जा सका |आगलगी में किसी के सपने तो किसी के घर शादी की तैयारियों पर पानी फिर गया | प्रशासन के प्रति लोगों में भारी गुस्सा का आलम दिखा क्योंकि सुचना देने के काफी देर बाद दमकल की गाड़ियाँ पहुंची तबतक सबकुछ स्वाहा हो चुका था |
पुलिस इन्स्पेक्टर धर्मेन्द्र कुमार ने किसी तरह झाड़ियो के बीच से पुलिस के जवानो की मदद से दमकल के आने का रास्ता बनाया तब जाकर दमकल की गाड़ियाँ घटनास्थल पर पहुँच सकी | क्विक मोबाईल के जवानो के साथ ही सभी पुलिस के जवानो दौड़ भागकर आग बुझाने का अथक प्रयास करते रहे वहीँ आंसुओं के सैलाब के बीच चापाकल से पानी चलाकर आग बुझाने का भरसक प्रयास भी लोग करते रहे लेकिन कुछ भी बचा पाने में असफल रहे |झोपड़पट्टी में करीब चार से पांच चापाकल थे जो आग की भेंट चढ़कर बीएस मुंह चिढा रहे थे | जो चापाकल काम लायक बचे थे उसके सहारे ही बच्चों ने जी जान लगाकर आग बुझाने में लगे रहे |
गुरुवार को फुलवारी शरीफ के बिडला कोलोनी और उफरपुरा के बीच से होकर गुजर रही नई दिल्ली पटना रेलवे लाइन के एक तरफ बसी झोपड़पट्टी में अचानक भीषण आग लग गई । करीब सवा ग्यारह बजे अचानक काले धुएं के साथ आग की तेज लपटें निकलता देख झोपड़पट्टी में भगदड़ मच गयी |महिलाओं और बच्चों के चीत्कार से इलाके में कोहराम मच गया | पछुआ हवा के झोंके ने पुरे झोपड़पट्टी को आग की शोलों में बदल दिया और देखते ही देखते दो दर्जन से अधिक झोपड़ियाँ राख में तब्दील हो गयी |एक झोपड़ी में लगी आग से उठी लपटों ने पलभर में ही आग ने अपने आसपास की झोपड़ियों को आगोश में ले लिया। झोपड़पट्टी में अफरातफरी मच गई। जान की परवाह में लोग सामान छोड़ घर से भागकर रेलवे लाइन पर आ गए। इसी बीच झोपड़ियों में रखे पांच किलोग्राम वाले छोटे गैस सिलिंडर फटने लगे, एक के बाद एक पांच सिलेंडर फटने से आग ने विकराल रूप ले लिया। धमाकों की आवाज सुनकर इलाके में हड़कंप मच गया। दमकल की गाड़ी करीब आधा घंटा देर से पहुंची, तब तक रेलवे लाइन के दोनों ओर की दो दर्जन से अधिक झोपड़ियां पूरी तरह जल गई। इन झोपड़पट्टीयों में लोगों के लाखो रूपये नगद ,गहने जेवरात ,कपडे , आनाज ,बर्तन समेत सारा सामान राख के ढेर में बदल गया | ट्रेनी आईपीएस योगेंद्र कुमार ,सीओ फुलवारी अरुण कुमार भी मौके पर पहुंचे और आग बुझाने में जवानो की मदद करते रहे |
बेटी के हाथ पीले करने के अरमान भी जलकर ख़ाक हुए
रेलवे लाइन किनारे लगी आग में एक गरीब परिवार की बेटी के हाथ पीले करने के अरमान भी जलकर ख़ाक हो गये | सुरेश चौधरी की पत्नी बार बार बेहोश हुए जा रही थी | कभी वह अपने जले आशियाने के राख के ढेर को देखती तो कभी अपनी बेटी को गले लिपट कर बिलखने लगती | सुरेश चौधरी बिलखते हुए कहते हैं अब कईसे होतई बेटीया की बियाह | सुरेश चौधरी की बेटी पिंकी की शादी की सारी तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी थी | घर में बेटी के शादी के गहने जेवरात और देहज के लिए कीमती समान बड़ी ही मेहनत से इकट्ठा कर बनाये थे | पिंकी की शादी बभनपुरा में तय हो गयी थी | शादी के लिए नब्बे हजार नगद और एक से ढेड़ लाख के गहने जेवरात अन्य कीमती सामान आग में जलकर ख़ाक हो गया |