तेजस्वी व राजद प्रवक्ता ने बोला सुशील मोदी पर जवाबी हमला

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निशिकांत सिंह.पटना.बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने रविवार को भाजपा नेता सुशील मोदी पर पलटवार करते हुए कहा है कि सुशील मोदी ने जो आरोप लगाए हैं उसे प्रमाणित कर दें तो हम अपनी ये सारी प्रोपॉटी उनको 50 प्रतिशत डिस्काउंट पर दे देंगे. तेजस्वी यादव ने कहा कि सुशील मोदी को कोई मुद्दा अब नहीं मिल रहा है तो वे नीच राजनीति पर उतर आये हैं.

उधर राजद प्रदेश कार्यालय में राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज झा ने राजद कार्यालय में संवाददाताओं से बात करते हुए पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी परिवार पर गाढ़ी कमाई करने का आरोप लगाया है. राजद प्रवक्ता ने सवाल उठाते हुए पूछा है कि 20 साल पहले तक साईकिल पर कपड़ा बेचने वाले सुशील मोदी के भाई कैसे बना दस हजार करोड़ का मालिक. उन्होंने कहा कि मोदी जब जब उचें ओहदे पर गए है उनके भाई के कंपनी हमेशा आगे बढ़ते गया है.

मनोज झा ने आरोप लगाया है कि सुशील मोदी के परिजनों की संपत्ती का जांच होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि राजकुमार मोदी जो की सुशील मोदी के सहोदर भाई है व अशियाना होम्स के मालिक है. राजकुमार मोदी एवं ललित कुमार छावछरिया की सैकड़ो खोखा कंपनियां है जिनका मुख्य उद्येश्य काला धन को सफेद करना है. मोदी के भाई की संपति अचानक 2005 से 2013 तक में काफी इजाफा हुआ है. मोदी के भाई की अधिकांश कंपनिया एनसीआर रीजन एवं उतरी भारत में है. 34 कंपनियों को छोड़कर बाकी सभी कंपनियों के रजिस्टर्ड ऑफिस 5 एफ आवरेस्ट 46/c चौरंगीरोड कोलकता वेस्ट बंगाल 700071 में रजिस्टर्ड है.

मनोज भा ने कहा कि अशियाना होम्स की वर्ष 2014-15 कॉन्सिलेडेटेंट बैलेंस सीट के अनुसार इस कंपनी के प्रबंध निदेशक राजकुमार मोदी है.इस कंपनी के लॉग टर्न ओवर 84 करोड़ के जीरो इन्टरेंस पर है है. साथ ही मनोज झा ने कहा कि आशियाना होम्स के डायरेक्टर एवं खोखा किंग ललित कुमार छाछवरिया की अनेको खोखा कंपनियों में से एक बैलेंस होल्डिंग प्रा. लि की 2014 -15 की बैलेंस सीट में उनकी इनक्यूटी कैपिटल 2.48 करोड़ रूपये थी जिसे 65 करोड़ 23 लाख रूपये के प्रीमियम पर इश्यू किया गया था.

मनोझ झा ने सुशील मोदी व उनके भाई राजकुमार मोदी से सवाल किया है कि ललित कुमार जिनपर ईटी में केश भी चल रहा है वो 1987 से उनके कंपनी के डायरेक्टर कैसे बने हुए है.जब अशियाना होम्स की अधिकांश परियोजनाऐं उत्तर भारत व एनसीआर में चल रही है तो फिर कंपनी का हेड़ ऑफिस कोलकत्ता में क्यों रखा गया.

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