निशिकांत सिंह.पटना.बिहार विधान परिषद में सोमवार को अजीबोगरीब स्थिति तब उत्पन्न हो गई जब विरोध के नाम पर भाजपा के एक सदस्य ने मंत्री से कागज छिनकर फाड़ डाला तो दूसरे सदस्य ने माईक तोड़ डाला.विपक्ष के इस व्यवहार पर सदन में निंदा प्रस्ताव लाया गया. भोजनावकाश के बाद सोमवार को सदन की कार्यवाही जैसे ही शुरू हुई मद्य निषेध अब्दुल जलील मस्तान ध्यानाकर्षण का जवाब देने खड़े हुए.पीएम मोदी पर अभद्र टिप्पणी करनेवाले इस मंत्री का विरोध करने की पूर्व निर्धारित रणनीति के तहत भारतीय जनता पार्टी के सभी सदस्य नारेबाजी करते हुए वेल में आ गए. और मंत्री अब्दुल जलील मस्तान की बर्खास्तगी की मांग करने लगे.लेकिन मंत्री अपना जवाब पढ़ते रहे.इस बीच भाजपा के लालबाबू प्रसाद ने मंत्री के हाथों से कागज छिन लिया और फाड़ दिया.बीच-बचाव करने का प्रयास खाद्य उपभोक्ता मंत्री महेश्वर हजारी एवं जदयू के सतीश कुमार ने किया.इस बीच भाजपा के ही कृष्ण कुमार ने मंत्री का माईक तोड़ दिया. उसके बाद सदन की कार्यवाही आधे घंटे के लिए स्थगित कर दी गयी.
सदन की कार्यवाही जब आधे घंटे के बाद प्रारंभ हुई तो कांग्रेस के विधानपरिषद में सचेतक डा.दिलीप कुमार ने निंदा प्रस्ताव रखा व भाजपा के लालबाबू प्रसाद पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की.उन्हें शेष बैठकों से निलंबित करने की भी मांग की.निंदा प्रस्ताव का जदयू के नीरज कुमार ने समर्थन किया व राजद के सदस्यों ने समर्थन किया. वहीं भाकपा के केदारनाथ पांडेय ने कहा कि एक मौका लालबाबू प्रसाद को देनी चाहिए.
इस बीच भाजपा सदस्य मंगल पांडेय ने कहा कि पार्टी वैसे मंत्री को बर्खास्तगी की मांग करती है जिसकी सभा में प्रधानमंत्री को गालियां दी गई,जूते से उनके फोटो पर मारा गया. वैसे मंत्री को भी राज्य सरकार बर्खास्त करे.इस पर जदयू के नीरज कुमार ने कार्य संचालन नियमावली का हवाला देते हुए कार्रवाई की मांग की.वही भाजपा के विधानसभा में दल के सचेतक रजनीश कुमार ने कहा कि कार्य संचालन नियमावली के अनुसार सदन के बाहर भी सदस्यों का आचरण लागू होता है. वही भाजपा के नवल किशोर यादव ने कहा कि सदस्यों का आचरण कैसा हो यह सदन के बाहर भी लागू होता है. वैसे मंत्री को सरकार बर्खास्त करे.