निशिकांत सिंह.पटना.विधानपरिषद में श्रम संसाधन मंत्री विजय प्रकाश ने विपक्ष के नेता सुशील मोदी को कह दिया- आपका मानसिक संतुलन बिगड़ गया है.यह स्थिति तब बनी जब भाजपा विधानमंडल दल के नेता सुशील कुमार मोदी और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के बीच तीखी नोंक-झोंक चल रही थी. इसी दौरान श्रम संसाधन मंत्री विजय प्रकाश तेवर में आ गए और उनकी जुबान फिसल गई. उन्होंने कहा कि नेता विपक्ष का मानसिक स्थिति खराब हो गई है.इन्हें छपास की बीमारी हो गई है.किसी न किसी तरह ये अखबार में हर दिन बने रहना चाहते है.
मामला तब गरमाया जब मंगल पांडेय के सवाल पर उपमुख्यमंत्री जबाब देते हुए कहा कि आपलोगों के समय की सड़क जो खराब थी उसे ठीक करवा दिए. इसपर सुशील कुमार मोदी ने कहा कि सवा साल से आप सरकार में है. आपके माता- पिता पंद्रह साल तक सरकार में रहे. उनके समय में अलकतरा घोटाला हुआ.मंत्री जेल गए और जब एनडीए सरकार में थी तो सब पटरी पर आया था. क्या हालात बना था राबड़ी-लालू सरकार में- यह किसी से छिपा हुआ नहीं है.
इस दौरान भाजपा के सभी सदस्य खड़े होकर बोलने लगे तथा पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी भी अपनी सीट पर खड़े होकर बोल रही थी.काफी शोर शराबा होने लगा. सभापति अवधेश नारायण सिंह के बार-बार कहने पर व संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार के कहने पर मामला शांत हुआ और सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चलने लगी.
इसके बाद शुन्य काल के दौरान बेरोजगारों को पेंशन के सवाल पर विपक्ष बेल में आ गया. रजनीश कुमार ने कार्यस्थगन प्रस्ताव दिया था जिसे सभापति ने खारिज कर दिया तो विपक्ष बेल में आ गया. बेल में आकर हंगामा करने लगा तो सदन की कार्यवाही दोपहर के भोजन तक के लिए स्थगित कर दी गयी.
बाद में पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने अपने कक्ष में संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि नीतीश कुमार के स्वयं सहायता भत्ता जो बेरोजगारों को मिलने वाला था उसे अब राज्य सरकार ने केवल इंटर पास बेरोजगारों को देने वाली है. यह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सात निश्चय में आता है. उनका सात निश्चय यहीं फेल हो गया. सुशील कुमार मोदी ने कहा कि हमारी मांग है कि सभी तरह के बेरोजगार युवक-युवतियों को बेरोजगारी भत्ता का लाभ मिले.