निशिकांत सिंह.पटना.विधानपरिषद में काबिल और कबिलाठ पर शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी और सुशील कुमार मोदी भिड़ गए. दोनों नेताओं के बीच तीखी बहस भी हुई. इसी दौरान सत्तापक्ष व विपक्ष शिक्षकों के बकाए वेतन के मुद्दे पर वेल में आ गया और सदन की कार्यवाही दोपहर के भोजनावकाश तक के लिए स्थगित हो गई.
शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी,मंगल पांडेय के प्रश्नों का जबाब दे रहे थे तो इस दौरान पूरक प्रश्न के दौरान सुशील मोदी ने अशोक चौधरी को काबिल कहा तथा उसके बाद अशोक चौधरी ने मोदी को कबिलाठ कहा.फिर उन्होंने सुशील मोदी को कहा कि वे अपनी बात को वापस ले. लेकिन सुशील मोदी अपनी बात रखते रहे.दोनों के बीच लंबी बहस भी चली.
मगल पांडेय ने शिक्षको को वेतन कई सालों से नहीं मिलने का सवाल उठाया तथा नियोजित शिक्षको को नियमित करने की मांग कर रहे थे. उन्होंने सरकार से जानना चाहा कि आखिर क्या कारण है कबतक जांच पूरी होगी.
इसपर सुशील कुमार मोदी ने कहा कि सात साल हो गए. सरकार अभी तक कॉलम ही पूरा कर रही है. इसपर अशोक चौधरी ने कहा कि सात साल में आप भी सरकार में थे जब सात साल में पूरा नहीं हो पाया तो हम तो डेढ़ साल से है कैसे पूरा हो पायेगा.
इसपर सुशील मोदी ने कहा कि आप तो नीतीश कुमार को भी कटघड़ा में खड़ा कर दिए आप बहुत काबिल है. इसपर अशोक चौधरी ने कहा कि आप कबिलाठ है. दोनो के बीच बहस होने लगी. सुशील मोदी ने कहा आप से काबिल शित्रा मंत्री थे पीके शाही. आप से हर मामले में बेहतर थे. इसपर दोनों के बीच हल्का तू- तू मैं-मैं हुआ और हंगामा भी.लेकिन शोरगुल में दोनों की नोकझोक दब गई.इसी बीच सत्ता पक्ष व विपक्ष के कई सदस्य वेल में आ गए और सदन की कार्यवाही दोपहर तक के लिए स्थगित कर दी गई.
शुक्रवार को विधानसभा की कार्यवाही सुचारू रूप से चली.विधानसभा के बाहर परिसर में विपक्ष ने पर्चा लीक मामले में मंत्रियों और अधिकारियों के नाम उजागर होने पर सार्वजनिक करने की मांग कर नारेबाजी की और इसकी सीबीआई से जांच की मांग की.