हिमांशु शेखर.रांची.राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू और मुख्यमंत्री रघुवर दास ने बुधवार को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर रांची में आयोजित आजीविका महिला महासम्मेलन का उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार एक लाख उद्यमी सखी को निःशुल्क मोबाइल देगी। इससे डिजिटल झारखण्ड एवं कैशलेस अभियान को सुदूरवर्ती गांवों में भी बढ़ावा मिलेगा। उद्यमी सखी मंडल ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ होगी।
इस मौके पर उन्होंने 600 करोड़ की तेजस्विनी योजना एवं 1400 करोड़ के जोहार योजना का भी शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि राज्य के सभी जिलों में गर्भवती माताओं को 6000 रूपया मातृत्व लाभ की राशि मिलेगी। पहले कुछ जिलों में गर्भवती माताओं को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा था। कृषि, मत्स्य, पशुपालन एवं बागवानी की सरकारी योजनाओं में अनुदान की राशि डीबीटी के माध्यम से सीधे सखी मंडलों के खाते में जमा होगी। ग्राम पंचायतों की स्थायी समिति में ग्राम संगठनों की दीदीयों का प्रतिनिधित्व 33 प्रतिशत होगा। सखी मंडलों द्वारा उत्पादित सामग्रियों की बिक्री-मार्केटिंग के लिए 17 करोड़ रूपये की लागत से अरबन हाट का निर्माण कराया जा रहा है।
श्री दास ने कहा कि विश्व बैंक के सहयोग से तेजस्विनी योजना के अन्तर्गत 17 जिलों में 14-24 वर्ष आयुवर्ग की किशोरी बालिकाओं का सामाजिक एवं आर्थिक सशक्तिकरण किया जाएगा।इनकोअनौपचारिक शिक्षा का विकल्प उपलब्ध कराकर माध्यमिक शिक्षा पूर्ण करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा तथा बाजार की मांग के अनुरूप उनका कौशल विकास होगा। किशोरी बालिकाओं को समूह में संगठित कर प्रत्येक दो आंगनबाड़ी केन्द्रों पर एक तेजस्विनी क्लब की स्थापना होगी। शिक्षा तथा व्यावसायिक प्रशिक्षण के सभी पाठ्यक्रमों को पूरा करने के उपरांत सफल लाभुकों को 10 हजार रूपये की प्रोत्साहन राशि उनके बैंक खाते में दी जाएगी। उन्होंने कहा कि 1400 करोड़ की जोहार योजना का उद्देश्य ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करना है, गरीब की जिंदगी में बदलाव लाना है। इस योजना के तहत अपना व्यापार करने, कुटीर उद्योग व लघु उद्योग स्थापित करने के लिए राशि मुहैया करायी जाएगी। श्री दास ने कहा कि 3 लाख गरीब महिलाओं को उज्जवला योजना के तहत गैस कनेक्शन एवं गैस चुल्हा दिया गया है। आगामी 3-4 वर्षों में सभी 23 लाख बीपीएल परिवारों को गैस कनेक्शन दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि 480000 महिला उद्यमी को राज्य में तैयार कर उन्हें सशक्त बनायें। राज्य स्तर पर महिलाओं के लिए समाचार पत्र-पत्रिकाओं का प्रकाशन किया जाएगा। इसमें सखी मंडल द्वारा किए गए कार्यों के साथ-साथ गांव की समस्याओं का भी जिक्र होगा। सखी मंडल की बहने संवाददाता रहेगी।
राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि कहा कि हमारे देश की महिलायें हमेशा से सशक्त और सबल रहीं हैं लेकिन बदलते वक्त ने महिलाओं के सम्मान को धुमिल कर दिया था। आज महिलाओं को सामाजिक और आर्थिक रुप से मजबूत करने की जरुरत है। जिसके लिये सरकार और समाज को मिल कर काम करना होगा। उन्होंने महिला महासम्मेलन में आयी महिला सखी मंडल के सदस्यों से आग्रह किया कि वे सरकार की योजनाओं को घर-घर तक पहुंचाने में मदद करें और देश के विकास में भागीदार बनें। राज्य के ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा, महिला, बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग की मंत्री लुईस मरांडी मुख्य सचिव राजबाला वर्मा ने भी अपने विचार व्यक्त किये।