हिमांशु शेखर.रांची. झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि झारखण्ड सब्जी उत्पादन में अग्रणी राज्य है, यहां की सब्जी अब दुनिया के विभिन्न हिस्सों में निर्यात होगी। रांची के नगड़ी में प्रारंभ किये गये सब्जी एवं फल प्रसंस्करण संयंत्र में 70 प्रतिशत स्थानीय लोगों को रोजगार उपलब्ध हुआ है। यह संयंत्र पहले चरण का है जिसे एक वर्ष से भी कम समय में प्रारंभ कर दिया गया। दूसरे चरण का संयंत्र नवंबर माह तक प्रारंभ हो जायेगा। इससे रोजगार के नए अवसर लोगों को हासिल हुए है।
मुख्यमंत्री रघुवर दास मंगलवार को नगड़ी के टिकराटोली में “सफल“ फल एवं सब्जी प्रसंस्करण संयंत्र के उद्घाटन समारोह बतौर मुख्य अतिथि अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार आने वाले दिनों में झारखण्ड के विभिन्न जिलों में अन्य सब्जी एवं प्रसंस्करण संयंत्र स्थापित करने के लिए प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री ने बताया कि नगड़ी का संयंत्र पूर्वी भारत का पहला आधुनिक एवं बड़ा संयंत्र है। आज का दिन झारखण्ड के इतिहास में मील का पत्थर साबित होगा। पीएम का सपना है कि किसानों की जिन्दगी में जब तक बदलाव नहीं होगा तब तक राष्ट्र विकसित नहीं होगा। रोजगार मिलने से झारखंड से पलायन भी रूकेगा।
“सफल“ फल एवं सब्जी प्रसंस्करण संयंत्र के उद्घाटन समारोह में किसानों को संबोधित करते हुए केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री सुदर्शन भगत ने कहा कि इस संयंत्र का सबसे ज्यादा लाभ राज्य के फल और सब्जी उत्पादक किसानों को होगा। उन्होंने कहा कि पहले चरण में इस संयंत्र में मटर और कटहल का प्रसंस्करण होगा, लेकिन आने वाले कुछ महीने के बाद यहां अन्य फलों और सब्जियों का भी प्रसंस्करण किया जायेगा। उन्होंने कहा कि सरकार हर क्षेत्र में पारदर्शिता से काम करना चाहती है और इस प्लांट के शुरु होने से किसान और बाजार के बीच से बिचैलिये समाप्त हो जायेंगे। उन्होंने कहा कि रघुवर दास के नेतृत्व में राज्य कृषि के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है।
कार्यक्रम में झारखण्ड सरकार के कृषि एवं सहकारिता विभाग के मंत्री रणधीर सिंह ने कहा कि आने वाले समय में सरकार ऑर्गेनिक खेती के लिए किसानो को प्रोत्साहित करेगी। सरकार फूलों की खेती को भी बढ़ावा देने का काम कर रही है। इस वर्ष 50 लाख पपीता का पौधा तैयार कर रहे हैं और इसकी खेती भी यहां के किसान करेंगे। आम लीची और अमरुद, सोयाबीन , मशरुम, दलहन, तेलहन की खेती के लिए सरकार किसानों को 2400 रुपये की सहायता राशि भी दे रही है।
झारखंड की मुख्य सचिव राजबाला वर्मा ने कहा कि मदर डेयरी दूध के साथ अब सब्जी और फल उत्पादन को विराट रुप देने के लिए तैयार है। उन्होंने बताया कि यह कंपनी एनडीडीबी की इकाई कंपनी है। संयंत्र के शुरु होने के बाद से किसानों को अब उनके फसल का उचित दाम मिल सकेगा। श्रीमती वर्मा ने किसानों से अपने खेतों में हर किस्म के फसल उत्पादन का आग्रह किया। कहा कि रांची के नगड़ी में बने सफल फ्रूट एंड वेजिटेबल प्रोसेसिंग संयत्र में झारखण्ड में उपजने वाले फल और सब्जियों को संरक्षित किया जायेगा। इस संयत्र को झारखण्ड सरकार ने झारखण्ड औद्योगिक नीति के तहत सब्सिडी सहायता के साथ 82.77 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से बनवाया है। इसके लिए झारखण्ड सरकार ने मदर डेयरी फ्रूट एंड वेजीटेबल प्राइवेट लिमिटेड को भूमि आवंटित किया था। मौजूदा समय में इस संयत्र में हरी मटर, टमाटर, इमली, बीट, बीन, कटहल आदि के प्रसंस्करण की तैयारी है। कार्यक्रम में एनडीडीबी के अध्यक्ष दिलीप रथ, मुख्यमंत्री के सचिव सुनील बर्णवाल, कृषि एवं सहकारिता विभाग के सचिव नितिन कुलकर्णी,विशेष सचिव, पूजा सिंघल, बागवानी एवं उद्यान निदेशक राजीव कुमार, सहित अन्य अतिथि मौजूद थे।