हिमांशु शेखर.रांची. झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने धनबाद के आशीष हत्याकांड का एक सप्ताह में खुलासा करने का निर्देश दिया है।ऐसा नहीं होने पर धनसार के थानेदार निलंबित किये जाएंगे।पुलिस अधीक्षक से इस मामले की स्वयं मॉनिटरिंग करने को कहा है और कहा कि इस मामले में शिथिलता नहीं बरती जानी चाहिए। रांची के सूचना भवन सभागार में मंगलवार को आयोजित सीधी बात कार्यक्रम के तहत मुख्यमंत्री जनसंवाद केंद्र में दर्ज शिकायतों पर वह सुनवाई कर रहे थे।
कुल 19 शिकायतों पर सुनवाई की गई। मौके पर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव संजय कुमार और सचिव सुनील कुमार वर्णवाल समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।
गौरतलब है कि धनबाद के महावीर नगर निवासी आशा देवी का 18 वर्षीय पुत्र आशीष कुमार लापता हो गया था। खोजबीन के बाद झाड़ी में उसका शव मिला था। आशा देवी ने संदिग्ध दोस्तों की जानकारी पुलिस को दी थी लेकिन छह माह बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं। सीधी बात कार्यक्रम के दौरान आशा देवी मुख्यमंत्री के समक्ष फफक-फफक कर रोने लगीं। वरीय पुलिस अधीक्षक द्वारा पारिवारिक पृष्ठभूमि बताए जाने के दौरान उन्होंने गुहार लगाई कि अगर बेटे का गुनहगार वही हैं तो पुलिस उन्हें सजा क्यों नहीं दे देती है ?मुख्यमंत्री ने वरीय पुलिस अधीक्षक को आदेश दिया कि एक सप्ताह में हत्याकांड का खुलासा कर कार्रवाई करें।
कोडरमा के तेतरोन पंचायत की मुखिया बबीता देवी द्वारा विकास कार्यों के लिए आवंटित राशि का गबन किए जाने की शिकायत सुनते ही मुख्यमंत्री ने नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि झारखंड के पंचायतों से काफी अनियमितता की शिकायतें आ रही हैं। सोलर प्लेट, पानी की टंकी और चापाकल बोरिंग समेत अन्य कार्यों में गड़बड़ी की शिकायतें आ रही है। उन्होंने आदेश दिया मुखिया के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उन्हें पद से हटाएं। इस दौरान बाजार से सोलर लाइट की खरीदारी करने पर प्रतिबंध लगाने और ज्रेडा से ही खरीदारी करने का आदेश दिया।
मुख्यमंत्री ने अपने सचिव को निदेश दिया कि सभी जिले के उपायुक्त को पत्र लिखकर यह निर्देश जारी करें कि मुखिया पर भ्रष्टाचार का आरोप प्रमाणित होने पर उन्हें पद से हटाया जाए।एक अन्य मामले की सुनवाई के दौरान बैंक ऑफ इंडिया के पदाधिकारी द्वारा ऋण देने के लिए रिश्वत की मांग करने की शिकायत पर मुख्यमंत्री ने कहा कि गांव-गांव में तेल मिल खोला जाएगा, ताकि लोगों को रोजगार मिल सके। उन्होंने कहा कि सरकार रोजगार देने में लगी है और बैंक ऋण देने में आनाकानी करते हैं। इससे राज्य का विकास बाधित होगा। ऋण देने में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मुख्यमंत्री के समक्ष शिकायत की गयी कि छोटानागपुर खादी ग्रामोद्योग संस्थान, तिरिल, रांची में 2012 में सीबीआई की छापेमारी के बाद 22 खादी कार्यकर्ताओं को संस्थान के अभय कुमार चौधरी ने निष्कासित कर दिया था। चुनाव कराए बिना चौधरी की पत्नी भावना चौधरी द्वारा सगे-संबंधियों के साथ संस्थान पर कब्जा कर लिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस संदर्भ में वह केंद्र सरकार से बात करेंगे।