सुधीर मधुकर.पटना. बाढ़ थर्मल पावर में पर्याप्त कोयला पहुँचाने के लिए बख्तियारपुर-बाढ़ रेलखंड के बीच 233.65 करोड़ की राशि से दानापुर रेल मंडल का पहला 18 किलोमीटर रेलवे ट्रैक के ऊपर फ्लाई ओवर रेलवे ट्रैक आदि निर्माण का कार्य प्रगति पर है | यह महत्वाकांक्षी रेल परियोजना पूर्व रेलमंत्री नीतीश कुमार के समय का है | दानापुर रेल मंडल के डीआरएम रमेश कुमार झा ने बताया है कि यह रेल परियोजना कोलफील्ड से बाढ़ थर्मलपावर ( एनटीपीसी ) में कोयला का रैक सीधा पहुँचाने के लिए वर्तमान रेललाईन को बिना प्रभावित किये रेल लाईन के ऊपर रेल लाईन आदि बनाने का काम चल रहा है |
इस में रेललाईन के ऊपर ओवर फ्लाई रेललाईन का निर्माण हो चुका है | अब इस के दोनों ओर पहुँच पथ रेललाईन को जोड़ने का काम चल रहा है | इसके बन जाने से फ्लाई रेललाईन से थर्मल पावर को बिना किसी रूकावट और बाधा पहुंचाए अधिक से अधिक कोयला रैक की आपूर्ति होगी वहीं दूसरी ओर रेल लाईनों पर से दवाब भी कम होगा | अभी 5 से 6 कोयला रैक प्रतिदिन थर्मल पावर में पहुँच रहा है | जबकि इस कार्य के पूरा हो जाने पर प्रतिदिन करीब 18 से 19 कोयला रैक प्रतिदिन पहुँचने लगेगी | सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक रेलवे फ्लाई ओवर रेललाईन से पहुँच पथ रेललाईनों को जोड़ने में रूकावट इस बात को लेकर है कि इस के आसपास जिन लोगों की जमीन लेकर वर्ष 2007 में ही पैसा भी दिया जा चुका है ,बाबजूद दो गाँव महम्मदपुर और मुरदादाचक के जमीन मालिक जमीन खाली नहीं कर रहा है | यहाँ करीब अभी 25 परिवार बसे हुए हैं | इसके लिए रेलप्रशासन, बाढ़ प्रशासन और राज्य प्रशासन के साथ बराबर मीटिंग तो हो रही है,पर बात बन नहीं रही है |
जानकार सूत्रों का माने तो अगर समय पर जमीन मिल जाता तो यह कार्य वर्ष 2012में ही पूरा हो जाता | इस कारण पूर्व रेलमंत्री एवं बिहार के वर्तमान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट फिलहाल जमीन के आभाव में अधर में लटका हुआ है |