निशिकांत सिंह.पटना.राष्ट्रीय लोक समता पार्टी की राष्ट्रीय महिला अध्यक्ष सीमा सक्सेना ने बिहार की महागठबंधन सरकार से कहा है कि अब वो शराबबंदी का अपना एकसूत्री एजेंडा से बाहर निकले और समग्र विकास पर ध्यान केंद्रित करे। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार राज्य में एक के बाद एक करके सामने आ रहे शिक्षा और परीक्षा घोटालों का संज्ञान ले और दृढ इच्छाशक्ति के साथ घोटालाबंदी, भ्रष्टाचार बंदी की दिशा में कदम बढ़ाए।
उन्होंने कहा कि शायद महागठबंधन सरकार को ये अंदाजा नहीं हो पा रहा है कि जिस तरह से बिहार में टॉपर घोटाला, एसएससी नियुक्ति घोटाला सामने आया है, उससे यहां की साख को कितना धक्का लगा है। सीमा सक्सेना ने कहा कि सवाल सिर्फ बिहार की साख का ही नहीं है, छात्रों के बीच यहां की शिक्षा और परीक्षा व्यवस्था की विश्वसनीयता भी तेज़ी के साथ गिरती चली जा रही है।
रालोसपा राष्ट्रीय महिला अध्यक्ष ने कहा कि टॉपर घोटाले की जांच अभी पूरी भी नहीं हुई है कि बिहार राज्य कर्मचारी चयन आयोग का नियुक्ति घोटाला सामने आ गया। इस घोटाले में आयोग के सचिव खुद गिरफ्तार हो चुके हैं, निलंबित किए जा चुके हैं। इस मामले में डाटा एंट्री ऑपरेटर समेत अन्य गिरफ्तारियां भी हुई हैं। सबसे बड़ी चिंता की बात ये है कि इसमें सत्तापक्ष के कुछ बड़े नेताओं के नाम सामने आने की भी ख़बरें मीडिया में हैं। इन सबसे हजारों परीक्षार्थियों और लाखों विद्यार्थियों के मन में अपने भविष्य को लेकर शंकाएं उत्पन्न हो चुकी हैं।
रालोसपा नेता ने कहा कि बिहार में महागठबंधन की सरकार भले ही सवा साल पहले ही बनी है, लेकिन इस सरकार में जो दल शामिल हैं, उन्हीं की राज्य सरकारें हमेशा से रही हैं। इन दलों ने बिहार में शिक्षा और परीक्षा माफिया को राजनैतिक संरक्षण देकर लाखों प्रतिभावान छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है। अगर अभी भी यही रवैया जारी रहा तो भविष्य में हालात और बिगड़ सकते हैं, ऐसे में महागठबंधन सरकार इसपर त्वरित कदम उठाए और ये कदम सिर्फ दिखावे की लीपापोती न हो, बल्कि ठोस नतीजे वाले हों।